ग्वालियर शहर के नाका चंद्रवदनी पेट्रोल पंप से किडनैप की गई भिंड की लड़की गुना की एक लॉज में किडनैपर के साथ मिल गई है। एएसपी क्राइम ऋषिकेश मीणा ने इसकी पुष्टि की है। झांसी रोड थाना से मात्र 100 कदम की दूरी पर हुई यह वारदात पूरे देश में चर्चा का केंद्र बन गई थी। एक सीसीटीवी वीडियो वायरल हो रहा है। पुलिस को अब यह पता करना है कि लड़की को उसकी मर्जी के बिना ले जाया गया है या फिर घरवालों को कंफ्यूज करने के लिए किडनैपिंग का ड्रामा किया गया था।
लड़की खुद बस से उतरकर पेट्रोल पंप में गई
लहार (भिंड) के ग्राम बरा की रहने वाली छात्रा सेवढ़ा (दतिया) के एक कॉलेज में BA फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट है। उसके ताऊ ग्वालियर में कैलाश टॉकीज के पास रहते हैं। वे MPEB में सुपरवाइजर हैं। उनका 23 नवंबर को गृह प्रवेश था। छात्रा इसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए चाचा-चाची के साथ बस से ग्वालियर आई थी। नाका चंद्रवदनी पर बस रुकते ही सवारियां उतरीं। छात्रा पेट्रोल पंप के वॉशरूम की तरफ बढ़ी। इतने में बाइक सवार आए और छात्रा को पकड़कर ले गए। चाचा-चाची बस से सामान उतारते रह गए।
रोहित कुशवाहा लहार से ग्वालियर तक बस के पीछे आया था
छात्रा के चाचा ने लहार निवासी रोहित कुशवाहा पर शक जताया था। उन्होंने पुलिस को बताया कि बस सुबह पांच बजे लहार से ग्वालियर के लिए चलती है। सुबह जब परिवार ग्वालियर के लिए रवाना हुआ, तब गांव का रोहित वहीं था। उसने छोटी दीपावली के दिन भी उनके घर में घुसकर छात्रा से छेड़छाड़ की थी। विरोध करने पर कट्टा लहराते हुए भाग गया था। इसकी शिकायत लहार थाने में भी दर्ज कराई थी। पुलिस ने इस डिटेल के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू की।
लड़का लड़की 3 साल से एक दूसरे को जानते हैं
पुलिस ने CCTV फुटेज की मदद से छात्रा को गुना के एक लॉज से बरामद किया। आरोपी रोहित कुशवाहा को भी गिरफ्तार कर लिया है। पता चला कि छात्रा को बाइक पर बैठाने के बाद राघवेंद्र बघेल ने रोहित और छात्रा को गुना छोड़ा, फिर अपने गांव बरा लौट गया था। छात्रा को अगवा करने में मदद करने वाले रोहित के साथी राघवेंद्र बघेल को पुलिस ने बरा गांव से बाइक सहित पकड़ लिया।
सूत्रों के अनुसार पिछले तीन साल से रोहित कुशवाहा और छात्रा एक-दूसरे से परिचित हैं। चार दिन पहले रोहित ने अपने साथी राघवेंद्र के साथ मिलकर अपहरण की योजना बनाई थी। पेट्रोल पंप से लेकर गुना में मुक्त कराए जाने तक, लड़की द्वारा अपहरण का विरोध किए जाने का कोई संकेत नहीं मिला है। अब पुलिस को यह पता करना है कि यह घटना अपहरण की है या फिर अपहरण का सीन क्रिएट किया गया था।
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