Rajiv Gandhi Proudyogiki Vishwavidyalaya, Bhopal पेपर लीक मामले में हाई पावर कमेटी ने जांच करने से मना कर दिया है। अब इस मामले की जांच पुलिस करेगी और इसके लिए आपराधिक प्रश्न दर्ज किया जाएगा। यदि जरूरी हुआ तो आरोपी फैकल्टी और प्रोफेसर को गिरफ्तार किया जा सकता है।
मामला क्या है और अब तक क्या कार्रवाई हुई
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भोपाल में कुछ वीडियो वायरल हुए हैं।इसमें पेपर बेचे जाने की बात की जा रही है।इसके बाद एक पेपर भी वायरल हुआ है।एक डॉक्यूमेंट पर कुछ स्टूडेंट्स के रोल नंबर लिखे हुए हैं।माना जा रहा है कि आरोग्य विद्यार्थियों को पास करने का खेल लंबे समय से चल रहा है और इसमें यूनिवर्सिटी के कई लोग शामिल हो सकते हैं। मामले की जांच के लिए हाई पावर कमेटी का गठन किया गया था। प्राथमिक तौर परतीन कॉन्ट्रैक्ट फैकल्टी को टर्मिनेट कर दिया गया था और डॉ आरके श्रीवास्तव को पॉलिटेक्निक यूनिवर्सिटी के प्रिंसिपल के पद से हटा दिया गया था।
हाई पावर कमेटी में कौन-कौन शामिल था
हाई पावर कमेटी में यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के डायरेक्टर प्रो. सुधीर सिंह भदौरिया, विवि के परीक्षा नियंत्रक प्रो. प्रशांत कुमार जैन, स्कूल ऑफ नैनो टेक्नोलॉजी की संचालक डॉ. पूर्णिमा खरे, डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. आरके चिद्वार और यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक के प्राचार्य डॉ. रवींद्र रणदा सदस्य थे।
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