मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में नगर निगम अपने आप में एक बड़ी समस्या है। डॉ मोहन यादव के आवास विंध्य कोठी के आसपास की स्ट्रीट लाइट पिछले 8 दिन से बंद पड़ी थी। नगर निगम वाले सुनने को तैयार नहीं थे, लेकिन सोमवार को जैसे ही डॉक्टर मोहन यादव मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने 80 मिनट के भीतर पूरा इलाका स्ट्रीट लाइट की रोशनी से नहा गया। बड़ी समस्या यह है कि, अपने इलाके की स्ट्रीट लाइट ठीक करवाने के लिए भोपाल का हर नागरिक मुख्यमंत्री नहीं बन पाएगा।
भोपाल में एमएलए रेस्ट हाउस के आसपास तक स्ट्रीट लाइट नहीं थी
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का सरकारी आवास विंध्य कोठी, एमएलए रेस्ट हाउस में स्थित है। यह VIP इलाका है। सिक्योरिटी भी टाइट रहनी चाहिए। सिक्योरिटी के लिए स्ट्रीट लाइट सबसे ज्यादा जरूरी होती है। हाल ही में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए हैं और विधायकों का भोपाल डेरा लगना शुरू हो गया है। इसके बावजूद भोपाल नगर निगम द्वारा इस इलाके की स्ट्रीट लाइट दुरुस्त नहीं की जा रही थी। जैसे ही सोमवार की शाम डॉक्टर मोहन यादव का नाम मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर घोषित किया गया। नगर निगम के अधिकारियों की टीम उनके सरकारी आवास विंध्य कोठी की तरफ दौड़ गई। 80 मिनट के भीतर पूरा इलाका स्ट्रीट लाइट से जगमगा उठा।
मोदी के मोहन का स्वागत करने भोपाल में विशेष सफाई अभियान
जैसे ही भोपाल नगर निगम को डॉक्टर मोहन के बारे में पता चला और यह स्पष्ट हुआ कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने उनका नाम मुख्यमंत्री पद के लिए चुना है तो माहौल ही बदल गया। जो नगर निगम डॉ मोहन यादव के सरकारी आवास के सामने एक एलइडी लैंप बदलने को तैयार नहीं था। उसी भोपाल नगर निगम द्वारा 72 दिन का विशेष सफाई अभियान शुरू कर दिया गया है।
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