मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 की मतगणना का दिन आ गया है। राजधानी भोपाल में कुल 7 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए हैं। सभी के मन में उत्सुकता होती है की सबसे पहले रिजल्ट उनसे संबंधित विधानसभा सीट का आना चाहिए। लिए हम आपको बताते हैं कि भोपाल में किस विधानसभा सीट का रिजल्ट कब आएगा ताकि आप अपनी प्लानिंग पहले से कर सकें।
Bhopal Election Result Tentative Time Table
- राजधानी भोपाल में दोपहर 2:00 बजे के बाद रिजल्ट आना शुरू होंगे और किसी भी विधानसभा में ऐसी स्थिति नहीं है कि देर रात तक मतगणना चलती रहे। सरल शब्दों में लंच के बाद रिजल्ट आना शुरू होगा और डिनर के पहले सभी सीटों का रिजल्ट घोषित हो चुके होंगे।
- सबसे पहले रिजल्ट हुजूर विधानसभा सीट से आएगा। यहां काउंटिंग के 18 राउंड चलेंगे परंतु कैंडीडेट्स की संख्या केवल 6 है इसलिए फटाफट निपट जाएंगे।
- बैरसिया विधानसभा का रिजल्ट दूसरे नंबर पर आने की संभावना है। यहां पर काउंटिंग के राउंड 17 चलेंगे जबकि प्रत्याशियों की संख्या 9 है। प्रत्याशियों की संख्या अधिक होने के कारण बैरसिया का रिजल्ट हुजूर के बाद आने की संभावना है।
- भोपाल दक्षिण पश्चिम विधानसभा का रिजल्ट तीसरे नंबर पर आने की संभावना है। यहां कुल 17 राउंड काउंटिंग होगी और 11 प्रत्याशियों के चुनाव का परिणाम घोषित किया जाएगा। काउंटिंग के राउंड बेरसिया और दक्षिण पश्चिम के बराबर है, लेकिन प्रत्याशियों की संख्या में परिवर्तन के कारण बैरसिया का रिजल्ट पहले घोषित हो जाएगा।
- भोपाल उत्तर विधानसभा का रिजल्ट, मध्य विधानसभा से पहले आएगा। दोनों सीटों पर प्रत्याशियों की संख्या 15-15 है परंतु भोपाल उत्तर में मात्र 16 राउंड काउंटिंग होगी जबकि भोपाल मध्य में 18 राउंड काउंटिंग की जानी है।
- नरेला विधानसभा में 23 प्रत्याशी हैं और 16 राउंड काउंटिंग होनी है जबकि गोविंदपुरा विधानसभा में 17 प्रत्याशी हैं और 19 राउंड काउंटिंग होनी है। इन दोनों विधानसभा सीटों की काउंटिंग सबसे लास्ट तक चलती रहेगी। मतदान के दौरान जिस प्रकार के विवाद हुए हैं यदि वही स्थित मतगणना में भी बनी रही तो नरेला विधानसभा का चुनाव परिणाम सबसे बाद में आएगा।
अंतिम समय में मतगणना की व्यवस्था में परिवर्तन
मध्यप्रदेश में 230 सीटों पर हुए विधानसभा चुनाव के लिए 3 दिसंबर को मतगणना की जाएगी। इसके लिए प्रदेशभर में 3500 टेबल लगाई जाएंगी। सबसे अधिक 21 टेबल 16 विधानसभा क्षेत्रों में लगाई जाएंगी। वहीं, सबसे कम 14 टेबल 161 विधानसभा क्षेत्रों में लगाई जाएंगी। मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने टेबल बढ़ाने को लेकर भेजे गए प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
पूर्व में तय व्यवस्था के तहत हर विधानसभा क्षेत्र में ईवीएम मतों की गणना के लिए 14 टेबल लगाने का आयोग का फैसला था। जिला निर्वाचन अधिकारियों ने रिपोर्ट दी कि इसमें समय ज्यादा लगेगा और रिजल्ट घोषित होने में देरी होगी। इसके बाद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने कलेक्टरों से मतगणना टेबल बढ़ाने का प्रस्ताव मंगाकर चुनाव आयोग को भेजा था। इसे 29 नवंबर को जारी आदेश में चुनाव आयोग ने स्वीकृति दे दी है।
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