Madhya Pradesh employees selection board Bhopal News
दीपावली निकल गई, चुनाव हो गए, सरकार बन गई, मंत्रिमंडल का गठन भी हो गया, 4 महीने पहले सोए हुए देवता उठ गए परंतु मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल भोपाल के पदाधिकारी और अधिकारियों की नींद नहीं टूटी। जब मध्य प्रदेश बेरोजगार युवा संघ ने MPESB के दरवाजे पर हल्ला बोलने का ऐलान किया, तब जाकर नींद टूटी। अब मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल भोपाल, सामान्य प्रशासन विभाग की शरण में है। निवेदन कर रहा है कि जैसे एमपीपीएससी को बचाया है, हमको भी बचा लो। हमारे लिए भी कोई फार्मूला बता दो।
28000 रिक्त पदों पर भर्ती होनी है, ESB ने अब तक रिजल्ट भी नहीं बनाया
मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल भोपाल ने मध्य प्रदेश शासन के विभिन्न विभागों में लगभग 28000 रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए आयोजित 6 भर्ती परीक्षाओं के रिजल्ट रोक रखे हैं। सरकारी नौकरियों में पॉलीटिकल इंटरफ्रेंस खत्म करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर व्यावसायिक परीक्षा मंडल भोपाल का गठन किया गया था परंतु राजनीतिक दखलंदाजी के कारण व्यापम घोटाला हुआ और लोगों को घोटाले भुलाने, एवं कोई अज्ञात उद्देश्य की पूर्ति के लिए के लिए बार-बार नाम बदल गया। इसके बावजूद न तो अधिकारियों और कर्मचारियों का रवैया बदला और ना ही पॉलीटिकल प्रेशर और इंटरफ्रेंस काम हुआ। 2018 में चुनाव के दबाव में भर्ती विज्ञापन जारी किए गए थे। 2023 में चुनाव के दबाव में भर्ती परीक्षाओं का आयोजन कर लिया गया। यह गंभीर चिंता की बात है कि, कर्मचारी चयन मंडल भोपाल ने परीक्षाओं का आयोजन कर लिया परंतु अब तक रिजल्ट नहीं बनाया गया।
GAD से पूछ रहे हैं, रिजल्ट जारी करने का फार्मूला बता दो
मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल भोपाल की टीम कोई भी काम स्वतंत्र रूप से नहीं करती। शायद सक्षम ही नहीं है। प्रश्न पत्र विषय के विशेषज्ञों से बनवा जाते हैं। परीक्षा का आयोजन प्राइवेट कंपनी करती है। रिजल्ट भी वही कंपनी बना कर देती है। सारे फार्मूले सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा दिए जाते हैं। कर्मचारी चयन मंडल वाले केवल टेंडर, टाइम टेबल, गाइडलाइन और रिजल्ट जारी करने का काम करते हैं। विधानसभा चुनाव के पहले परीक्षाओं का आयोजन करवा लिया था। रिजल्ट बनाने के लिए पर्याप्त समय था परंतु अब तक रिजल्ट ही नहीं बनाया। अब जब उम्मीदवारों ने दरवाजे पर ढोल बजाने का ऐलान कर दिया है तो, सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ दौड़ लगा दी। लिखा पड़ी शुरू कर दी है। अध्यक्ष श्री मलय श्रीवास्तव का कहना है कि, हमने मार्गदर्शन मांगा है। जैसे ही गाइडलाइन मिलेगी, उसके अनुसार रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा।
सवाल यह है कि, मार्गदर्शन कितनी तारीख को मांगा है, क्या अपने निवेदन में समय सीमा की बात की है या फिर उम्मीदवार सड़कों पर उतरने वाले हैं, उनको शांत करने के लिए बयान जारी कर दिया गया है।
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