मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बड़े तालाब के ऊपर फ्लाईओवर बनाने का प्रोजेक्ट अब शायद रद्द करना पड़ेगा, क्योंकि भोपाल का बड़ा तालाब रामसर साइट है। यहां पर कोई भी बड़ा कंस्ट्रक्शन नहीं किया जा सकता। फ्लाईओवर शीतलदास की बगिया से होते हुए खानूगांव, हलालपुरा और दूसरा हिस्सा एयरपोर्ट तक बनाया जाना है। हालांकि मध्य प्रदेश सरकार ने उम्मीद नहीं छोड़ी है और मामला वन एवं पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार के पास पहुंच गया है।
BHOPAL TODAY- कमला पार्क, खानूगांव और लालघाटी के पास कॉरिडोर
मध्य प्रदेश शासन लोक निर्माण विभाग में ब्रिज शाखा के मुख्य अभियंता संजय खांडे के अनुसार इस पूरे प्रस्ताव की रिपोर्ट MPRDC को सौंप दी गई है। MPRDC ही इसका निर्माण करेगी। खांडे के अनुसार कमला पार्क, खानूगांव और लालघाटी के पास कॉरिडोर को एप्रोच रोड से जोड़ा जाएगा, जिससे यहां का ट्रैफिक स्मूथ हो सके। पुराने शहर की बसाहट अव्यवस्थित होने से वहां पर नियोजित अधोसंरचना विकास के लिए पर्याप्त खाली जमीन नहीं है। कॉरिडोर तीन खंडों में बनना है। पहला रोशनपुरा चौराहे से कमला पार्क तक 2.8 किमी, दूसरा कमला पार्क से खानूगांव के पास होटल इंपीरियल सबरे तक 3.40 किमी, तीसरा होटल इंपीरियल से स्टेट हैंगर गांधी नगर तक 3.72 किमी।
भोपाल के किसी भी हिस्से से 30 मिनट में एयरपोर्ट पहुंच जाएंगे
लोक निर्माण विभाग आगामी 30 वर्षों के यातायात को लेकर योजनाओं का निर्माण कर रहा है। शहर के किसी भी हिस्से से एयरपोर्ट पहुंचने में 30 मिनट से अधिक का समय ना लगे। इसलिए रोशनपुरा चौराहा से गांधी नगर स्टेट हैंगर तक 9.42 किमी लंबे एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण बनाए जाने का प्रस्ताव है। बड़े तालाब से यह कॉरिडोर शीतलदास की बगिया से खानू गांव तक जाएगा। एक हिस्सा एयर पोर्ट और दूसरा हिस्सा हलापुरा जाएगा। फ्लाईओवर 6 से साढ़े 6 किलोमीटर का होगा।
राजा भेज सेतू से होटल इंपीरियल सबरे के बीच एलिवेटेड कारिडोर का 2.40 किलोमीटर का हिस्सा बड़े तालाब के ऊपर से गुजरेगा। तालाब के ऊपर 2.80 किलोमीटर का विशेष ब्रिज बनाया जाएगा। होटल इम्पीरियल सबरे से हलालपुरा बस स्टैंड की ओर जाने वाला मार्ग भी बड़े तालाब के कैंचमेंट क्षेत्र से होकर गुजरेगा।