सागर शहर में 12-13 जनवरी 2024 की दरम्यानी रात अहिंसा तीर्थ स्थल में हुई डकैती के मामले में पुलिस अधीक्षक सागर ने चीता मोबाइल, एफआरवी इंचार्ज और गश्त प्रभारी सहित कुल 9 पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। डकैती की घटना के समय यह सभी पुलिस अधिकारी और कर्मचारी ड्यूटी पर थे। इनमें से किसी ने भी डकैत गिरोह को आते और जाते हुए नहीं देखा। इसलिए माना गया कि सभी ड्यूटी पर लापरवाही कर रहे थे।
पुलिस अधीक्षक सागर द्वारा जारी आदेश के अनुसार 12-13 जनवरी की दरम्यानी रात सागर शहर की डॉ. नाचनदास वाली गली में स्थित फरियादी संतोष जैन के सूने मकान में चोरी की वारदात हुई थी। जिसमें चोर मकान से सोने-चांदी के गहने ले गए थे। पुलिस अधीक्षक ने इसी मामले में कोतवाली थाना के चीता मोबाइल में कार्यरत कार्यवाहक प्रधान आरक्षक प्राणेश, संदीप, आरक्षक मूलचंद्र, दिनेश ठाकुर और थाना कैंट की एफआरवी में कार्यरत एएसआई रामराज सोनकर व कार्यवाहक एएसआई मो. शाहिद, प्रधान आरक्षक लेखक जयराम रोहितास, शिफ्ट गश्त प्रभारी कार्यवाहक एएसआई सुरेशचंद्र मिश्रा, शहर प्रभात गश्त प्रभारी कार्यवाहक एएसआई श्रीधर अहिरवार थाना कैंट को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। सभी पुलिस अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने अपनी कर्तव्य का निर्वहन नहीं किया।
सागर अहिंसा तीर्थ स्थल डकैती कांड का विवरण
सेवादार संतोष जैन मूलरूप से मध्य प्रदेश के इटावा शहर के रहने वाले हैं। यहां पर कई सालों से जैन मुनि संत प्रमुख सागर जी महाराज के सानिध्य में अहिंसा तीर्थ स्थल पर सेवा कर रहे हैं। घायल संतोष जैन ने बताया कि रात को करीब साढ़े 10 बजे वह बैठा हुआ था इसी दौरान नकाबपोश चार युवक तीर्थ स्थल पर पहुंचे। नकाबपोश युवकों ने सीने और गर्दन पर चाकू रख दिया और उसकी आंखों में लाल मिर्च पाउडर डाल दिया। इसके बाद उसके सीने पर चाकू रख उससे कीमती सामान रखे जाने की जगह पूछने लगे। जब सेवादार ने बताने से इन्कार किया तो उन्होंने उसके हाथ पर चाकू से हमला कर दिया।
इसके बाद उन्होंने उसे एक कमरे में बंद कर दिया और बाहर से कुंडी लगा दी। वहीं संतोष ने भी अपनी जान बचाने के लिए अंदर से कुंडी लगा ली। इसके बाद चोरों ने प्रमुख सागर महाराज के कक्ष में रखा गुल्लक को तोड़ा और उसमें से सारा कैश उठा लिया। घायल ने बताया कि हमलावरों ने वारदात को अंजाम देने के लिए तीर्थ स्थल में लगे सीसीटीवी को तोड़ा और तार वाले फोन को भी तोड़ दिया।
साथ ही लुटेरे करीब 10 हजार रुपये की नकदी और मोबाइल फोन कपड़ों से निकालकर ले गए। इसके बाद सोने और नकदी की तलाश में सभी आरोपियों ने दरवाजे तोड़कर अलमारी समेत अन्य जगह पर जमकर उत्पात मचाया। मंदिर में सोने के लेप से बने काफी भारी एक धातु को लेकर जाने की कोशिश की गई है, जिसे वह उठा नहीं पाएं। तीर्थ स्थल में डकैत करीब डेढ़ घंटे तक उत्पाद मचाते रहे।
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