मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में वरिष्ठ अधिकारियों की जानकारी के बिना ऑनलाइन गैंबलिंग के कारोबार को संरक्षण देने के आरोप में सब-इंस्पेक्टर मुकुल यादव, हेड कांस्टेबल विकास तोमर और कांस्टेबल राहुल यादव को बर्खास्त कर दिया गया है। आरोप है कि उपरोक्त तीनों पुलिस अधिकारियों ने ऑनलाइन गैंबलिंग संचालित करने वाले लोगों से टोटल 23 लाख रुपए की वसूली की थी।
ग्वालियर पुलिस, अपराधियों से प्रोटेक्शन मनी लेती है
इस घटना से स्पष्ट हुआ है कि ग्वालियर पुलिस ऑनलाइन एवं ऑफलाइन जुआ-सट्टा संचालित करने वाले अपराधियों से प्रोटेक्शन मनी लेती है। इसके बदले में उन्हें आश्वस्त किया जाता है कि उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं होगी। ग्वालियर के गोला का मंदिर पुलिस थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर मुकुल यादव, ग्वालियर क्राइम ब्रांच में तैनात हेड कांस्टेबल विकास तोमर और कांस्टेबल राहुल यादव के खिलाफ विभागीय जांच के बाद, सेवा समाप्ति की कार्रवाई की गई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इन तीनों ने सट्टेबाजों से करीब 23 लाख रुपये की वसूली की। पुलिस ने बताया कि यह घटना करीब चार महीने पहले सिरोल थाना क्षेत्र में हुई थी। इसका खुलासा तब हुआ था जब पुलिस ने छापा मार कार्रवाई की और अपराधियों को पकड़ लिया।
अपराधियों ने बताया कि वह, पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए नियमित रूप से पुलिस प्रोटेक्शन मनी का पेमेंट करते हैं। इसके बाद विभागीय जांच की प्रक्रिया शुरू की गई। जांच में पाया गया कि, तीनों पुलिस अधिकारियों ने ऑनलाइन गैंबलिंग के अपराध को पकड़ा, परंतु वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना नहीं दी। अपराधियों को संरक्षण देने के बदले में 23 लख रुपए वसूले।
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