राजनीति में नेताओं के समर्थक कुछ भी कहते रहे परंतु कौन कितना बड़ा नेता है इसका पता तो पुलिस की इंटेलीजेंस ब्रांच से पता चलता है। शासन स्तर पर किस नेता की सुरक्षा ज्यादा जरूरी है और किस नेता को मध्य प्रदेश में ज्यादा महत्व दिया जाता है, इसकी जानकारी इंटेलिजेंस से जारी होने वाली VIP लिस्ट में मिलती है।
पुलिस कमिश्नर भोपाल द्वारा वीआईपी कैटेगरी की नई लिस्ट जारी
पुलिस कमिश्नर भोपाल की इंटेलीजेंस ब्रांच ने वीआईपी कैटेगरी की नई लिस्ट जारी कर दी है। जो इस प्रकार है।
- VIP NO-1 - डॉक्टर मोहन यादव मुख्यमंत्री।
- VIP NO-2 - श्री जगदीश देवड़ा डिप्टी सीएम।
- VIP NO-3 - श्री राजेंद्र शुक्ला डिप्टी सीएम।
- VIP NO-4 - कॉल साइन रिजर्व (बाहर से आने वाले अतिथि)।
- VIP NO-5 - श्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री।
- VIP NO-6 - श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री।
- VIP NO-7 - श्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री।
- VIP NO-8 - सुश्री उमा भारती, पूर्व मुख्यमंत्री।
- VIP NO-9 - श्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री।
- VIP NO-10 से लेकर 14 तक - कॉल साइन रिजर्व (मध्य प्रदेश सरकार के अतिथियों के लिए)।
यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि मध्य प्रदेश में किसी अन्य केंद्रीय मंत्री को VIP दर्जा नहीं मिला है। श्री नरेंद्र सिंह तोमर, विधानसभा के अध्यक्ष हैं परंतु VIP नहीं है। श्री कमलनाथ अपने आप को देश का सबसे बड़ा नेता मानते हैं और श्री दिग्विजय सिंह स्वयं को आधुनिक कांग्रेस का बापू समझते हैं परंतु VIP कैटिगरी लिस्ट में पुलिस ने दोनों को श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुश्री उमा भारती के नीचे रखा है।
वैसे तो मध्य प्रदेश की राजनीति में सभी नेता एक दूसरे से मित्रता का व्यवहार करते हैं और टीम भावना के साथ काम करते हैं परंतु जहां तक श्री कमलनाथ और श्री दिग्विजय सिंह का प्रश्न है, दोनों कुछ भी सहन कर सकते हैं परंतु अपना नाम श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के नीचे, दोनों मित्रों के लिए काफी कष्टकारी हो सकता है।
चलते-चलते एक बात और कि, यदि दोनों स्वयंभू महान नेता आत्म बुद्धता का शिकार नहीं हुए होते तो इस लिस्ट में श्री कमलनाथ का नाम VIP-1 और श्री दिग्विजय सिंह का नाम VIP-3 पर होता।
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