कांग्रेस पार्टी के नेता एवं छिंदवाड़ा के विधायक कमलनाथ दिल्ली से लौटकर मध्य प्रदेश में फिर सक्रिय हो गए हैं। यहां आते ही उन्होंने अपना राग अलापना शुरू कर दिया है। प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने दो दिन पहले कहा था कि, राहुल गांधी की न्याय यात्रा से बच्चा-बच्चा उत्साहित है। जबकि कमलनाथ का कहना है कि कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता डिप्रेशन में है।
रविवार को मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के नेताओं की वर्चुअल मीटिंग हुई। इसमें प्रदेश प्रभारी श्री भंवर जितेंद्र सिंह, प्रदेश अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री अरुण यादव सहित कई नेता उपस्थित हुए। पिछले 7 दिनों में मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की जो दिशा तय हुई है। श्री कमलनाथ ने इस मीटिंग में उसे पूरी तरह बदल दिया। प्रदेश अध्यक्ष के पद पर श्री जीतू पटवारी नियुक्त हो चुके हैं लेकिन मीटिंग में कमलनाथ सबसे बड़े लीडर दिखाई दिए। उन्होंने मौजूद सभी नेताओं को निर्देशित किया।
कमलनाथ के निर्देश - लोकसभा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी करो
कमलनाथ ने कहा, 'कुछ दिन में लोकसभा चुनाव की तारीख घोषित हो जाएगी। अप्रैल के तीसरे हफ्ते में चुनाव हो सकता है। स्क्रीनिंग कमेटी में जो लोग हैं, फौरन फैसला कर लें। अगर दो उम्मीदवारों का फैसला होता है तो उन दो को खबर कर दें। पूरी सूची बनाने के चक्कर में न पड़ें, ताकि जितने उम्मीदवार तय हो जाते हैं, वे तो अपना काम शुरू कर पाएं।
न्याय यात्रा अपनी जगह है, चुनाव पर फोकस करो
मीटिंग में श्री कमलनाथ ने उपस्थित नेताओं को निर्देशित किया कि, लोगों को बता दें कि उम्मीदवारों को लेकर अभी चर्चा चल रही है, लेकिन आपका नाम फाइनल है। उम्मीदवारों को समय मिलना जरूरी है। हम चुनाव से 20-25 दिन पहले खबर करते हैं। लोकसभा चुनाव में इतने दिन पर्याप्त नहीं होते। भारत जोड़ो न्याय यात्रा 7 मार्च को खत्म हो जाएगी। यात्रा के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारी करनी है। हमें कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाना है। उनका मनोबल टूटा हुआ है।
EVM आंदोलन के लिए एक सदस्यीय मोर्चा गठित
श्री कमलनाथ ने EVM आंदोलन के लिए एक सदस्यीय मोर्चा गठित कर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह EVM आंदोलन का काम देखेंगे और कमलनाथ सहित बाकी पूरी कांग्रेस लोकसभा चुनाव के टिकट वितरण और दूसरी तैयारी का काम करेगी। कमलनाथ ने कहा, 'लोग कहते हैं कि दिग्विजय सिंह ने EVM को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। वे कोर्ट-कचहरी की मेहनत कर रहे हैं कि अगर EVM से वोट BJP को जाना है तो हम क्यों कुछ काम करें। हम अभी EVM के चक्कर में न पड़ें। यह मामला दिग्विजय सिंह देख रहे हैं। EVM की बात दिग्विजय सिंह को करने दें। वे पॉलिटिकल पार्टियों से बात कर रहे हैं। ये अकेले MP का नहीं, पूरे देश का मामला है। हर पार्टी का मामला है। इसे दिग्विजय सिंह हैंडल करें, जैसे वो ठीक समझते हैं। हमें तो अपनी तैयारी शुरू करनी है।'
विवेक तन्खा ने की पॉइंट टू पॉइंट मुद्दे की बात
विवेक तन्खा ने कहा, '40 प्रतिशत हमारा वोट शेयर था। हमारे विरोधियों की जो सोच है, उससे हम कैसे निपटेंगे? वे स्पेशलाइज वॉर फेयर कर रहे हैं। वे पब्लिक को कुछ सोचने नहीं दे रहे हैं। हिप्नोटाइज कर रहे हैं। हम जब विधानसभा चुनाव लड़ रहे थे, पूरी दुनिया की मीडिया कह रही थी कि हम जीत रहे हैं। EVM भी एक कारण हो सकता है। चुनाव की नई पद्धति और रणनीति से लड़ना पड़ेगा। पूरी नई टीम आ चुकी है। देश में जब भी बदलाव आया है, वो युवा लेकर आए हैं। मप्र में सामाजिक बदलाव की नई दिशा क्रिएट करें। सबको पता है कि मंदिर और मस्जिद से रोजी, रोटी और शिक्षा नहीं मिल सकती।'
इस मीटिंग में बाकी किसी ने कुछ भी उल्लेखनीय नहीं कहा। श्री जीतू पटवारी क्लास मॉनिटर की भूमिका में दिखाई दिए। प्रदेश प्रभारी के चेहरे पर संकोच और श्री दिग्विजय सिंह एक बार फिर दूसरे नंबर पर, श्री कमलनाथ के जूनियर जैसे नजर आए।
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