भारतीय प्रशासनिक सेवा मध्य प्रदेश कैडर के अधिकारी परिकिपंडला नरहरि एवं एक महिला अधिकारी के बीच अमर्यादित चैटिंग मामले का खुलासा हो चुका है और इसका मास्टरमाइंड इंदौर का एक प्रतिशत कारोबारी निकला। भोपाल समाचार डॉट कॉम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री पी नरहरि ने कहा कि, यह बेहद गंभीर अपराध है। मेरी जगह कोई और होता तो पता नहीं, इतना संघर्ष कर पाता या नहीं। इसी प्रकार के तनाव की स्थिति में लोग सुसाइड भी कर लेते हैं।
क्राइम ब्रांच के लिए यह मामला काफी चुनौती पूर्ण था
सोशल मीडिया पर व्हाट्सएप चैटिंग के स्क्रीनशॉट वायरल हुई। इसके बाद श्री पी नरहरि एवं महिला अधिकारी दोनों ने भोपाल पुलिस कमिश्नर को इस मामले की शिकायत की और बताया कि, यह सब कुछ कूटरचित है, और उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा और पारिवारिक संबंधों को नुकसान पहुंचाने की साजिश के साथ, यह अपराध किया गया है। भोपाल पुलिस की क्राइम ब्रांच के लिए भी यह मामला काफी चुनौती पूर्ण हो गया था, क्योंकि स्क्रीनशॉट फोटोशॉप की मदद से नहीं बनाए गए थे। जो लोग फोटोशॉप और पेंट ब्रश की गड़बड़ी पकड़ने में कुशल हैं वह वायरल स्क्रीनशॉट को ओरिजिनल बताते। कुछ समय बाद टेक्निकल एक्सपर्ट्स ने यह पता लगाने में सफलता प्राप्त कर ली कि वायरल किए गए स्क्रीनशॉट एक सॉफ्टवेयर के माध्यम से बनाए गए हैं। इसके बाद भोपाल से इंटरनेट में घुसी क्राइम ब्रांच इंदौर में जाकर निकली।
विवाद की जड़ TOUCHWOOD RESORT है
अब पुलिस की हिरासत में एक व्यक्ति था जिसका नाम जावेद मोहम्मद है, लेकिन बड़ा प्रश्न यह था कि जावेद मोहम्मद तो केवल पांचवी पास है। वह इस प्रकार की टेक्नोलॉजी का उपयोग कैसे कर सकता है और सबसे बड़ी बात कि श्री पी नरहरि और उसे महिला अधिकारी से जावेद मोहम्मद की क्या दुश्मनी थी जो उसने इतना सब कुछ किया। फिर भोपाल पुलिस ने जावेद भाई को मोहब्बत की दुकान पर बिठाया और जावेद भाई ने सब कुछ बता दिया। विवाद की जड़ TOUCHWOOD RESORT है। पुलिस ने इंदौर के कारोबारी श्री रमनवीर सिंह अरोड़ा को मामले में नामजद करके उनकी तलाश शुरू कर दी है। भोपाल पुलिस का कहना है कि जल्द ही इंदौर वाले अरोड़ा साहब हमारे स्पेशल रिसोर्ट में होंगे।
लोगों को वायरल स्क्रीनशॉट पर प्रथमदृष्टया विश्वास नहीं करना चाहिए, पी नरहरि
वरिष्ठ आईएएस अधिकारी श्री पी नरहरि ने पूरे घटनाक्रम के बाद भोपाल समाचार डॉट कॉम से चर्चा करते हुए कहा कि, आजकल ऐसे कई सॉफ्टवेयर आ गए हैं जिनकी मदद से इस प्रकार की चैटिंग एवं कॉन्फ्रेंस वाले स्क्रीनशॉट बनाए जा सकते हैं। मैंने परिस्थितियों का डटकर मुकाबला किया, लेकिन सभी लोग ऐसा नहीं कर पाते। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि परिवार और समाज के लोगों की जब नजरे बदल जाती है तो, कई लोग टूट जाते हैं। जो कमजोर होते हैं वह कभी-कभी आत्मघाती कदम उठा लेते हैं। इसलिए ऐसे मामलों में समाज को पीड़ित व्यक्ति का साथ देना चाहिए। वायरल होने वाले स्क्रीनशॉट पर प्रथमदृष्टया विश्वास नहीं करना चाहिए।
⇒ पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार पढ़ने के लिए कृपया यहां क्लिक कीजिए। इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। यहां क्लिक करके भोपाल समाचार का व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करें। यहां क्लिक करके भोपाल समाचार का टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल - व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ स्पेशल भी होता है।