BNS 59, IPC 119 - अपराध की जानकारी छुपाना भी अपराध है, पढ़िए कितनी सजा होती है

Bhopal Samachar

Legal general knowledge and law study notes 

अपराध दो प्रकार के होते हैं। पहले जिनके साबित हो जाने पर जुर्माना का प्रावधान होता है। दूसरे जिसमें अपराधी को जेल में बंद करने का प्रावधान होता है। यहां अपन बात कर रहे हैं कि यदि कोई व्यक्ति, पुलिस या मजिस्ट्रेट से किसी अपराध के बारे में, उसको ज्ञात जानकारी छुपाता है, तो क्या यह बात भी अपराध होगी और यदि हां तो इस प्रकार की अपराध के लिए क्या दंड प्रावधान है।

भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 60, भारतीय दण्ड संहिता, 1860 की धारा 120 की परिभाषा 

जो कोई व्यक्ति व्यक्ति, उस अपराध के होने की जानकारी, जो कारावास से दण्डित है, छुपाता है। जिससे आरोपी को अपराध करने में आसानी होगी। जब अपराध को छुपाने वाला व्यक्ति IPC की धारा 120 एवं BNS की धारा 60 के अंतर्गत दोषी होगा।
उदहारण अनुसार- K, को पता है कि किसी स्थान पर चोरी होने वाली है और वह जानबूझकर इस जानकारी को पुलिस अधिकारी से छुपाता है तब का को IPC की धारा 120 के अंतर्गत दण्डित किया जाएगा।

दण्ड का प्रावधान:-

यह अपराध संज्ञेय एवं असंज्ञेय एवं जमानतीय और अजमानतीय दोनो प्रकार के हो सकते हैं।
1. अगर अपराध घटित नहीं हुआ है तब आरोपी को अधिकतम सजा के आठवें भाग का दंड मिलेगा या जुर्माना या दोनों से दण्डित किया जाएगा।
2. अगर अपराध हो गया है तब आरोपी को अधिकतम सजा की एक चौथाई भाग से दण्डित किया जाएगा या जुर्माना या दोनों। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article) 

:- लेखक ✍️बी.आर. अहिरवार (पत्रकार एवं विधिक सलाहकार होशंगाबाद), इसी प्रकार की कानूनी जानकारियां पढ़िए, यदि आपके पास भी हैं कोई मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com

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