BNS 61, IPC 120a-03 - समझौता वैध है फिर भी आपराधिक षड्यंत्र का दोषी

Legal general knowledge and law study notes 

पिछले लेख में हमने आपको बताया था कि दो या अधिक व्यक्तियों के बीच मे किया गया अवैध कार्य का समझौता, भारतीय दण्ड संहिता की धारा 120 (क) के अंतर्गत आपराधिक षड्यंत्र का अपराध होगा लेकिन इसी धारा के खण्ड क्रमांक 03 में बताया गया कि अगर समझौता वैध है और उसमे अवैध साधनों का उपयोग किया गया है तब क्या होगा जानिए। 

भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 61, भारतीय दण्ड संहिता, 1860 की धारा 120क खंड 03 की परिभाषा 
अगर दो या अधिक व्यक्ति कोई वैध समझौता करते है और उसमे अवैध साधनों का उपयोग करते हैं तब यह भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 120क के खंड 03 एवं भारतीय न्याय संहिता ,2023 की धारा 61 के अंतर्गत अपराध होगा।

लेनार्ड स्चूलर तथा अन्य बनाम डायरेक्टर ऑफ एनफोर्समेंट तथा अन्य मामले में आरोपियों के विरुद्ध आपराधिक षड्यंत्र द्वारा अवैध रूप से विदेशी मुद्रा अर्जित करने का आरोप था। सुप्रीम कोर्ट ने अभिनिर्धारित किया कि आरोपियों का कार्य वैध था लेकिन उन्होंने इस कार्य को अवैध तरीके से किया था। इसलिए वह आपराधिक षड्यंत्र के अपराध के दोषी होंगे। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article) 

:- लेखक ✍️बी.आर. अहिरवार (पत्रकार एवं विधिक सलाहकार होशंगाबाद), इसी प्रकार की कानूनी जानकारियां पढ़िए, यदि आपके पास भी हैं कोई मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com

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