CGST द्वारा इंपीरियल गोल्फ रिजॉर्ट पर की गई छापामार कार्रवाई में खुलासा हुआ है कि रिसोर्ट के मालिक एवं बिल्डर रोहित भादवा ने जीएसटी रजिस्ट्रेशन ही नहीं करवाया था क्योंकि इस प्रोजेक्ट में मध्य प्रदेश के दिग्गज नेता डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा का बेटा अंशुमन मिश्रा पार्टनर है।
केंद्रीय जीएसटी की टीम ने ग्वालियर में इंपीरियल हॉस्पिटैलिटी ग्रुप की जांच की। इस दौरान पाया गया कि रेस्टोरेंट, कैफे और क्लब आदि चलने वाला समूह केवल 5% की दर से टैक्स दे रहा था और रेस्टोरेंट की सर्विस पर आईटीसी भी ले रहा था। इंपीरियल गोल्फ रिसॉर्ट के डॉक्यूमेंट देखने पर पता चला कि इन्होंने अपना जीएसटी रजिस्ट्रेशन ही नहीं करवाया है।
दरअसल इस प्रोजेक्ट में मध्य प्रदेश के पावरफुल नेता डॉ नरोत्तम मिश्रा का बेटा अंशुमन मिश्रा पार्टनर है। इसलिए बिल्डर को विश्वास था कि वह कितनी भी टैक्स चोरी करेगा, कोई उसे पकड़ नहीं सकता। समाचार लिखे जाने तक जीएसटी के अधिकारियों ने बताया कि ढाई करोड रुपए की टैक्स लायबिलिटी मिली है। यह नंबर बढ़ भी सकता है।
यह मामला प्रमाणित करता है कि कई कारोबारी किस प्रकार पावरफुल नेताओं के परिवार वालों और रिश्तेदारों को अपने बिजनेस में पार्टनर बनाकर सरकार से न केवल करोड़ का लाभ कमाते हैं बल्कि टैक्स चोरी भी करते हैं।