मैं पेट काट कर पार्टी का काम कर रहा था और पार्टी ने मेरा टिकट काट दिया, गुस्से में देवाशीष - MP NEWS

Bhopal Samachar

भिंड के युवा नेता देवाशीष जरारिया काफी गुस्से में है। कांग्रेस पार्टी ने भिंड लोकसभा सीट से फूल सिंह बरैया को अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया है। देवाशीष जरारिया का कहना है कि, मुझे आश्वासन दिया गया था। मैं पिछले 5 साल से पेट काटकर पार्टी का काम कर रहा हूं और जब चुनाव लड़ने की बारी आई तो पार्टी ने मेरा टिकट काट दिया। 

पार्टी का या फैसला मुझे मंजूर नहीं: देवाशीष जरारिया 

देवाशीष जरारिया ने बताया कि 5 साल पहले मुझे दिल्ली में बसपा से कांग्रेस पार्टी में शामिल करवाया गया था। पिछला चुनाव मुझे भिंड दतिया लोकसभा से लड़वाया था। मैं मध्य प्रदेश में एससी सीटों में सबसे कम मतों से हारने वाला उम्मीद था। पार्टी ने मुझे कहा था कि अगला टिकट आपका ही होना है। मैं 5 साल तक पेट काट काट कर क्षेत्र में घूमा। मैंने जनता की सेवा की है। जब कोई जनता के बीच नहीं था। तब मैं जनता की आवाज उठाता रहा। आज मेरा टिकट काट दिया गया है अन्य को टिकट दिया गया है। इसे मैं आहत हुआ हूं। इस बात की शिकायत मैंने पार्टी प्लेटफार्म पर भी रखी है।

पार्टी हमारी रक्षा नहीं करेगी तो फिर हम पार्टी की रक्षा क्यों करेंगे

देवाशीष ने कहा कि उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली में बसपा के लिए काम करता था। फ्रेंड फोलो अच्छी खासी थी। मुझे शामिल कराया था। क्षेत्र में सक्रिय रखा। अब टिकट काट गया। टिकट कटने के बाद दूसरे पार्टी की नेता संपर्क कर ऑफर दे रहे। लोकसभा टिकट कटने के बाद देवाशीष अपनी नाराजगी जाहिर करने कांग्रेस पार्टी हाईकमान के समक्ष दिल्ली में गये है। देवाशीष ने कहा कि पार्टी हाई कमान के समक्ष मैंने अपनी शिकायत रखी है। अपना दर्द बताया है। साथ ही कहा कि हम जैसे नौजवान पार्टी के लिए सब कुछ समर्पित कर सेवा कर रहे थे उनके मान सम्मान की रक्षा की जाए उनके भविष्य की रक्षा की जाए।

मैं भी मजबूर हो जाऊंगा, सभी विकल्पों पर विचार कर रहा हूं

इस तरीके के निर्णय से पार्टी के युवा वर्ग के नेताओं का मनोबल टूटा है। मैंने पार्टी के आला पदाधिकारी के समक्ष यह बात भी रखी है कि यदि मेरा मान सम्मान की रक्षा नहीं की जा सकती तो मैं भी स्वतंत्र हूं। मैं भी कुछ सोच विचार के लिए मजबूर हो जाऊंगा। मैं सभी विकल्पों पर विचार कर रहा हूं। पार्टी की तरफ आशा भरी नजरों से देख रहा हूं। मैं नहीं चाहता कि पार्टी के साथ में विद्रोह करू। मैं नहीं चाहता हूं कि पार्टी को छोड़ू।

इस तरह टिकट काटकर पार्टी ने मेरे साथ ठीक नहीं किया

जो लोग कांग्रेस पार्टी को छोड़कर गए हैं वह पूर्व में विधायक सांसद चुनते रहे हैं मेरा केस उन सब से अलग है मुझे कांग्रेस पार्टी में शामिल करवाया गया है मुझे पार्टी में लाया गया था मैं पार्टी के साथ रहना चाहता हूं परंतु मान सम्मान के साथ। मैं बीएसपी में काम करता था जब पार्टी में आया तब दिल्ली में मैं भी चेहरा हो गया था। मेरी फ्रेंड फॉलो भी अच्छी खासी थी। इसी का फायदा उठाने के लिए मुझे कांग्रेस में शामिल करवाया गया था, परंतु इस तरह टिकट काटकर पार्टी ने मेरे साथ ठीक नहीं किया है।

इस बात की नाराजगी पार्टी के आला कमान के समक्ष जाहिर रखते हुए अपनी स्वतंत्रता के बारे में भी बता दिया। अब निर्णय पार्टी के आला कमान को लेना है कि मुझे कहां रखेंगे। मुझ से किस तरह की सेवाएं लेना चाहेंगे। जब मैं बीएसपी से कांग्रेस में आया था उसे समय अन्य कई पार्टियों के मेरे पास ऑफर थे। आज भी टिकट कटने के बाद कई पार्टियों के लोग मुझसे संपर्क कर रहे हैं।

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