Rajiv Gandhi praudyogiki Vishwavidyalay Bhopal BANK FD घोटाला मामले में पूर्व कुल सचिव को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा कई अन्य अधिकारियों को भी सस्पेंड किया जाएगा। इस मामले में दोषियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज भी करवाया जाएगा। प्राथमिक जांच में प्रमाणित हो गया है कि लगभग 20 करोड रुपए का घोटाला हुआ है।
मध्यप्रदेश शासन, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में डॉ एम आर धाकड़, अपर सचिव, द्वारा बताया गया है कि, गठित जांच समिति द्वारा दिनांक 02/03/2024 को प्रस्तुत प्रारंभिक जांच प्रतिवेदन शासन को प्रस्तुत किया गया। प्रथम दृष्टतया जांच प्रतिवेदन अनुसार 19.48 करोड़ रूपये अनाधिकृत रूप से अपराधिक षड्यंत्र कर निजी खातों में स्थानान्तरण किया जाना पाया गया है। शासन द्वारा प्रकरण की गंभीरता के दृष्टिगत प्रकरण की एफआईआर दर्ज किये जाने का निर्णय लिया गया है। साथ ही तत्काल प्रभाव से तत्कालीन कुलसचिव डॉ आर एस राजपूत को निलंबित किये जाने का निर्णय लिया गया है।
सेवा निवृत्त वित्त नियंत्रक श्री एच के वर्मा के विरूद्ध पृथक से कार्यवाही किये जाने का निर्णय लिया गया है। प्रकरण में राजीव गांधी विश्वविद्यालय के संबंधित शाखा में पूर्व से पदस्थ अधिकारियों/कर्मचारियों के निलंबन का निर्णय लिया गया है। संबंधित शाखा में संबंधित पदों पर अन्य अमले की पदस्थापना का निर्णय लिया गया है। प्रकरण की गंभीरता के दृष्टिगत एक उच्च स्तरीय समिति गठित की जा रही है जो समस्त मामलों की जांच करेगी।
RGPV BANK SCAM कैसे किया गया
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय मंत्री शालनी वर्मा ने बताया कि राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में छात्रों के करोड़ों रुपए के चेक एफडी कराने के नाम पर हेरफेर कर निजी व्यक्ति के खाते में डाल दिए गए। यह चेक संस्थान के रजिस्ट्रार और कंट्रोलर फाइनेंस के हस्ताक्षर से जारी किए गए। फर्जीवाड़ा पकड़ में न आए इसलिए संस्थान के दस्तावेजों में चेक में खाता नंबर तो वही दिखाया, जिसमें पैसा गया, लेकिन इस खाते को आरजीपीवी का बताया गया। पूरे फर्जीवाड़े का पैसा कुमार मयंक नामक जिस व्यक्ति के खाते में गया, वह आरबीएल में रीजनल मैनेजर था। हेरफेर इस कदर की गई कि आरजीपीवी जिस खाते को आरबीएल में अपना बता रहा है, वह खाता कुमार मयंक के नाम पर एक्सिस बैंक में है।
⇒ पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार पढ़ने के लिए कृपया यहां क्लिक कीजिए। इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। यहां क्लिक करके भोपाल समाचार का व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करें। यहां क्लिक करके भोपाल समाचार का टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल - व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ स्पेशल भी होता है।