लोकायुक्त पुलिस ने आज इंदौर कलेक्टर कार्यालय में छापामार कार्रवाई करते हुए जनजातीय कार्य विभाग की क्लर्क उमा मर्सकोले को ₹50000 रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। इस मामले में उनके साथी अधिकारी क्षेत्र संयोजक विजयकुमार जायसवाल को भी आरोपी बनाया गया है।
बकाया किराए की रकम में भी रिश्वत मांग रहे थे
रानीबाग मेन खंडवा रोड निवासी विक्रम सिंह गेहलोत ने एसपी लोकायुक्त को शिकायत की थी। बताया था कि उनका निजी स्वामित्व वाला भवन मध्य प्रदेश ट्राइबल डिपार्टमेंट द्वारा जूनियर गर्ल्स हॉस्टल बनाने के लिए सन 2015 में किराए पर लिया गया था। 2023 तक ट्राईबल डिपार्मेंट उनका किराएदार रहा। डिपार्टमेंट पर उनका 11 लाख रुपए किराया बाकी था। इस पेमेंट को क्लियर करने के बदले में क्षेत्रीय संयोजक विजय जायसवाल एवं सहायक ग्रेड-2 उमा मर्सकोले ने 15% कमिशन की मांग की थी, तथा यह भी कहा था कि यदि कमीशन नहीं दिया गया तो पेमेंट नहीं होगा।
एसपी लोकायुक्त द्वारा शिकायत का सत्यापन करवाया गया, ऑडियो एविडेंस कलेक्ट किए गए। जब रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि हो गई तब ट्रैप दाल का गठन किया गया। प्लानिंग के तहत शिकायतकर्ता विक्रम सिंह गहलोत को केमिकल युक्त नोट दिए गए। जैसे ही उन्होंने जनजातीय कार्य विभाग के ऑफिस में सहायक ग्रेड-2 उमा मर्सकोले को रिश्वत की राशि प्रदान की, मौके पर सिविल ड्रेस में मौजूद लोकायुक्त पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। केमिकल टेस्ट पॉजीटिव पाए जाने के बाद उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। रिश्वत मांगने वालों में क्षेत्रीय संयोजक विजय जायसवाल शामिल थे एवं उनके खिलाफ ऑडियो एविडेंस मौजूद है इसलिए उन्हें भी आरोपी बनाया गया है।
विनम्र निवेदन: 🙏कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें एवं हमारे व्हाट्सएप कम्युनिटी ज्वॉइन करें। इन सबकी डायरेक्ट लिंक नीचे स्क्रॉल करने पर मिल जाएंगी। कर्मचारियों से संबंधित महत्वपूर्ण समाचार पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करके सबसे नीचे POPULAR Category में employee पर क्लिक करें।