भारत में हिंदू पुरुष धर्म परिवर्तन करके पहली पत्नी से तलाक लिए बिना दूसरा विवाह नहीं कर सकता। यह अपराध की श्रेणी में आता है परंतु मुस्लिम विधि के अंतर्गत धर्म त्याग देने से वैवाहिक बंधन तत्काल समाप्त हो जाते हैं। अतः किसी मुस्लिम महिला द्वारा धर्म परिवर्तन के बाद किसी अन्य धर्मावलंबी का धर्म स्वीकार कर के उससे विवाह करना IPC की धारा 494 एवं BNS की धारा 81 का अपराध नहीं होगा।
कानून क्या कहता है जानिए:-
मुस्लिम विवाह विघटन अधिनियम, 1939 की धारा 04 के अनुसार इस्लाम धर्म त्याग देने मात्र से विवाह विघटन नहीं हो जाता है, इस्लाम धर्म त्यागकर अन्य धर्म अपनाने वाली महिला को किसी अन्य धर्म के व्यक्ति से विवाह करने से पहले अधिनियम की धारा 02 में वर्णित किसी एक आधार पर विवाह विच्छेद की डिक्री प्राप्त करना होगा।
क्या है मुस्लिम विवाह विच्छेद अधिनियम, 1939 में धारा 2 जानिए
मुस्लिम विवाह कानून के तहत विवाहित महिला निम्नलिखित में से किसी एक या अधिक आधार पर अपने विवाह के विघटन की डिक्री प्राप्त करने की हकदार होगी-
(1) चार साल से पति का कोई अता-पता नहीं है।
(2) पति ने दो साल की अवधि तक उसके भरण-पोषण की उपेक्षा की है या वह उसे उपलब्ध कराने में विफल रहा है।
(3) पति को सात साल या उससे अधिक की अवधि के लिए कारावास की सजा सुनाई गई हो।
(4) पति, उचित कारण के बिना, तीन साल की अवधि के लिए अपने वैवाहिक दायित्वों को पूरा करने में विफल रहा है।
(5) पति विवाह के समय नपुंसक था और अब भी नपुंसक है।
(6) पति दो वर्ष से पागल है या विषैले यौन रोग से पीड़ित है।
(7) पन्द्रह वर्ष की आयु प्राप्त करने से पहले उसके पिता या अन्य अभिभावक द्वारा उसका विवाह कर दिया गया था, उसने अठारह वर्ष की आयु प्राप्त करने से पहले विवाह से इनकार कर दिया। लेखक ✍️बी.आर. अहिरवार (पत्रकार एवं विधिक सलाहकार होशंगाबाद)। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)
डिस्क्लेमर - यह जानकारी केवल शिक्षा और जागरूकता के लिए है। कृपया किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई से पहले बार एसोसिएशन द्वारा अधिकृत अधिवक्ता से संपर्क करें।
🙏कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें एवं हमारे व्हाट्सएप कम्युनिटी ज्वॉइन करें। इन सबकी डायरेक्ट लिंक नीचे स्क्रॉल करने पर मिल जाएंगी। मध्य प्रदेश के महत्वपूर्ण समाचार पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करके सबसे नीचे POPULAR Category में Legal पर क्लिक करें।