मध्यप्रदेश के रतलाम में रूपनगर फंटे के पास जावरा-मंदसौर हाईवे किनारे 2 अप्रैल की सुबह अर्धनग्न अवस्था में मृत मिली युवती की पहचान 5वें दिन शनिवार को हो गई। वह उज्जैन जिले केखाचरौद तहसील में गांव नरेड़ीबेरा की रहने वाली है। उसका नाम सविता कुंवर राठौर, उम्र 22 वर्ष है। 7 महीने पहले अपने घर से निकली थी। घरवालों को बताया था कि मैं डॉक्टरी की पढ़ाई करने जा रही हूं।
सुबह बंसल इंग्लिश कोचिंग गई थी
पुलिस ने बताया कि सविता रतलाम में प्री-नर्सिंग और इंग्लिश की कोचिंग कर रही थी। होली पर घर गई थी और रंगपंचमी मनाकर 31 मार्च को ही रतलाम लौटी थी। 1 अप्रैल की सुबह 10:30 बजे बंसल इंग्लिश कोचिंग पर गई और दोपहर 3 बजे किराए के घर से निकली थी। उसी रात किसी ने हत्याकर शव हाईवे किनारे फेंक दिया।
सुप्रीम नर्सिंग एकेडमी में पढ़ाई कर रही थी
शनिवार को सविता का भाई धीरेंद्र उर्फ युवराज सिंह, ताऊ के बेटे लाखनसिंह, मामा व अन्य रिश्तेदारों के साथ उसे ढूंढते हुए रतलाम पहुंचा। सविता रतलाम में श्रीराम मंदिर के पास सखवालनगर में किराए से रहती थी और पास में ही स्थित सुप्रीम नर्सिंग एकेडमी से प्री-नर्सिंग टेस्ट की तैयारी कर रही थी। धीरेंद्र और रिश्तेदारों ने पहले वहां तलाश किया, लेकिन नहीं मिली तो रतलाम आईए थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाने पहुंचे।
सविता को लावारिस समझ दफनाया जा चुका था
जांच अधिकारी रिंगनोद थाना प्रभारी पीआर. डावरे रतलाम पहुंचे। पहचान कन्फर्म होने के बाद परिजन की मांग पर एसडीएम राधा महंत के समक्ष शव सुपुर्दगी की अर्जी दी। एसडीएम ने नायब तहसीलदार वैभव जैन को नियुक्त किया, जिनकी मौजूदगी में पुलिस ने जावरा आनंदी हनुमान मुक्तिधाम परिसर में दफनाए सविता के शव को खोदकर निकाला और सुपुर्द के किया।
सविता की हत्या पर दोस्त व कोचिंग संचालक चुप क्यों रहे
युवती की 1 अप्रैल की रात हत्या हो गई, 2 को शव मिला। पुलिस ने भाई धीरेंद्र और परिजन से भी सवाल पूछा कि इतने दिन क्यों लगाए। उन्होंने बताया कि सविता पढ़ाई के चक्कर में मोबाइल बंद रखती थी, इसलिए शक नहीं हुआ। परिजन ग्रामीण परिवेश के होकर नरेड़ीबेरा में थे और संभव है वहां तक सूचना नहीं पहुंची होगी, लेकिन बड़ा सवाल ये है कि रतलाम में युवती दो जगह कोचिंग कर रही थी। उसका फ्रेंड्स सर्कल होगा और तमाम समाचार-पत्र व सोशलमीडिया ग्रुप पर मर्डर के बाद का फोटो वायरल हुआ। फिर भी दोस्त व कोचिंग संचालक चुप क्यों रहे। उन्होंने पुलिस को पहचान क्यों नहीं बताई। कुछ दोस्तों पर ही पुलिस को शंका भी है। उनकी तलाश जारी है। संदिग्धों को हिरासत में लिया।
सीसीटीवी, दोस्तों और परिजन के कॉल रिकाॅर्ड जांचना शुरू
शिनाख्ती के बाद पुलिस की प्राथमिकता हत्या के आरोपी पकड़ना हैं, इसलिए पुलिस ने कोचिंग से लेकर किराए के घरवाले रूट के सारे सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दिए हैं। परिजन, दोस्तों और कोचिंग संचालक, शिक्षकों के कॉल रिकाॅर्ड खंगाले जा रहे हैं। एसपी राहुल कुमार लोढ़ा खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं। दावा है कि 24 घंटे में खुलासा कर देंगे। फोटो से परिजन ने पहचान की, इसके बाद शव को निकालकर उनके सुपुर्द किया।
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