वाटरपार्क और स्वीमिंग पूल से चेस्ट इन्फेक्शन, हर रोज 25 बच्चे अस्पताल आ रहे हैं - BHOPAL NEWS

Bhopal Samachar
गर्मियों की छुट्टी में लोग बच्चों को स्वीमिंग पूल भेज रहे हैं लेकिन इससे बच्चों में बीमारी भी घर कर रही है। इन दिनों बच्चों में खांसी, तेज बुखार, सांस लेने में परेशानी और खाज-खुजली की भी समस्या हो रही है। डॉक्टरों के मुताबिक स्वीमिंग पूल में तैरने के दौरान बच्चों के मुंह में पानी चला जाता है जिससे उन्हें इन्फेक्शन हो जाता है। इसे हम बोलचाल की भाषा में स्वीमिंग पूल वाली खांसी कहते हैं। इस तरह की समस्या वाले 20 से 25 बच्चों के मामले इन दिनों अस्पतालों में आ रहे हैं।

स्वीमिंग पूल से बाहर निकलने के 48 घंटे के अंदर बीमार पड़ जाते हैं

डॉक्टर्स के मुताबिक इन पूल में कई बार बच्चे यूरिन कर देते हैं। वहीं, वॉटर पार्क में म्यूरियाटिक एसिड और सोडियम हाइड्रो क्लोराइट गैस का इस्तेमाल होता है, जो हेल्थ को नुकसान पहुंचाती है। इसी तरह पूल में क्लोरीन की मात्रा भी अधिक होती है। क्लोरीनेशन होने के बावजूद वहां बैक्टीरिया और परजीवी की भरमार होती है। नतीजतन, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है वे 48 घंटे के अंदर बीमार पड़ जाते हैं।

स्वीमिंग पूल से कौन कौन सी बीमारियां

पानी पेट में जाए तो...पेट की बीमारियां, गेस्ट्रोइंट्राइटिस, टाइफाइड, पीलिया, डायरिया, डिसेंट्री बढ़ जाते हैं। 
डाइव करते समय नाक में पानी जाए तो...नाक और सांस की एलर्जी, रेस्पिरेटरी इंफेक्शन, साइनोसाइटिस और कान के इंफेक्शन बढ़ जाते हैं। 
पानी के संपर्क में आने से..स्किन डिजीज, वायरल वाट्स (शरीर में छोटे-छोटे मस्से निकल आते हैं), खुजली और एलर्जी जैसी समस्या होती है।

स्वीमिंग पूल के लिए नियम 

  • स्विमिंग पूल का पानी क्रिस्टल क्लियर (साफ) हो।
  • पानी की पीएस स्केल मात्रा सात हो।
  • प्रत्येक स्विमिंग पूल पर कोच और लाइफ गार्ड हो।
  • तैराकी के दौरान पूल के स्टाफ और कोच की बात मानें।
  • तैराकी के दौरान वर्जित क्षेत्र में न जाएं, अप्रशिक्षित तैराक पूल में ड्राइव न लगाएं।
  • अप्रशिक्षित तैराक पूल में ड्राइव न लगाएं।
  • स्विमिंग पूल के पास जूते-चप्पल पहनकर न जाएं।

स्वीमिंग पूल में इंफेक्शन का खतरा

यूरिन या स्टूल से इन्फेक्शन फैलता है। डायरिया, उल्टी और दस्त जैसी बीमारी हो तो स्वीमिंग पूल जाने से बचें। घाव के खुले रहने या आंखों के जरिए बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश करता है तो इससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। डॉ. राहुल अग्रवाल, चाइल्ड स्पेशलिस्ट, बॉम्बे चिल्ड्रन अस्पताल

स्वीमिंग पूल में जाएं या ना जाएं

तेज गर्मी के बाद एकदम पानी में जाने से बचे। पानी की कमी न हो इसलिए पानी पीकर ही पूल में प्रवेश करें। ऐसे स्वीमिंग पूल का उपयोग करें, जहां हाइजीन मेंटेन रहे। किसी भी तरह की स्किन प्रॉब्लम होने पर वाटर पार्क जाने से बचे। डॉ. राजेश टिक्कस, एसोसिएट प्रोफेसर, जीएमसी 

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