मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के नीमतोन गांव के गरीब किसान का 5 महीने का बेटा अब इलाज के अभाव में अकाल मृत्यु का शिकार नहीं बनेगा, क्योंकि महाकाल के भक्त डॉ मोहन यादव ने उसके लिवर ट्रांसप्लांट के लिए 20 लाख रुपए मंजूर कर दिए हैं।
बालक के पेट में Gallbladder और Bile Duct ही नहीं थे
AIIMS BHOPAL के डॉक्टरों ने बताया कि सीहोर के सुनील चौहान जब 5 महीने के बच्चे को लेकर इलाज करने के लिए आए। तब जांच के दौरान पता चला कि बालक के पेट में Gallbladder और Bile Duct ही नहीं है। यह दोनों शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक हैं। इनके बिना जीवन की कल्पना नहीं हो सकती क्योंकि इन्हीं के कारण पेट की आंतों में एसिड स्प्रे होता है, जिसके कारण खाना पचता है और भूख लगती है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान भोपाल के विशेषज्ञों ने बताया कि, बच्चों को इलाज के लिए लाने में बहुत देर कर दी गई है। बालक का लिवर फेल होने लगा है अब किसी भी प्रकार का इलाज करने से पहले लिवर ट्रांसप्लांट करना जरूरी है।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने तत्काल सहायता राशि मंजूर की
भोपाल के किसी भी सरकारी अस्पताल में लेबर ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध नहीं है। किसान ने अपने बच्चों की जान बचाने के लिए मुख्यमंत्री से मदद मांगी। मुख्यमंत्री के कार्यालय की ओर से जानकारी जुटा गई तो पता चला कि बंसल हॉस्पिटल भोपाल में लिवर ट्रांसप्लांट की फैसिलिटी है। बंसल हॉस्पिटल ने लिवर ट्रांसप्लांटेशन के लिए 20 लाख रुपए मांगे। किसान के पास इतनी धनराशि नहीं थी। आयुष्मान योजना के तहत सिर्फ ₹500000 की लिमिट है। जब मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने अपने विशेष अधिकारों का प्रयोग करते हुए तत्काल 20 लाख रुपए की सहायता राशि मंजूर कर दी।
बालक को अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है। इलाज की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बच्चों का लिवर ट्रांसप्लांट हो जाएगा और अब मध्य प्रदेश के गरीब किसान का बेटा इलाज के अभाव में अकाल मृत्यु का शिकार नहीं बनेगा। विनम्र अनुरोध 🙏कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें एवं हमारे व्हाट्सएप कम्युनिटी ज्वॉइन करें। इन सबकी डायरेक्ट लिंक नीचे स्क्रॉल करने पर मिल जाएंगी। मध्य प्रदेश के महत्वपूर्ण समाचार पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करके सबसे नीचे POPULAR Category में Madhyapradesh पर क्लिक करें।