मध्य प्रदेश के राजगढ़ में नगर पालिका के अध्यक्ष और महिला कर्मचारी के बीच में विवाद हो गया। बात इतनी बढ़ गई कि नगरपालिका अध्यक्ष स्वयं पर से नियंत्रित होते हुए दिखाई दिए। एक वीडियो वायरल किया गया है परंतु इसमें आवाज नहीं है। यह पता नहीं चल पा रहा है कि महिला कर्मचारियों ने ऐसा क्या कहा जो नगर पालिका अध्यक्ष आपा खो बैठे।
नगर पालिका अध्यक्ष स्वयं पर से नियंत्रण को बैठे
राजगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव हारे कांग्रेस के प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने इस मामले में महिला कर्मचारी को पीड़ित बताया है परंतु लोकल पुलिस थाना प्रभारी वीर सिंह ठाकुर ने महिला कर्मचारी की ओर से आपराधिक मामला दर्ज नहीं किया है। उनका कहना है कि इस मामले में अभी जांच की जरूरत है। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के फेसबुक पेज पर वीडियो जारी किया गया है जिसमें आवाज नहीं है। जबकि यह वीडियो मोबाइल फोन से बनाया गया है। वीडियो कॉल 59 सेकंड का है। इसमें सबसे पहले नगर पालिका अध्यक्ष कुछ लोगों से बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं। फिर वह वापस जाने के लिए अपने वाहन की तरफ बढ़े और दरवाजा खोला, तभी किसी ने कुछ ऐसा बोला कि नगर पालिका अध्यक्ष वापस इस स्थान पर पहुंच गए जहां लोगों से बात कर रहे थे। इसके बाद वह फिर वापस जाने के लिए अपने वाहन की तरफ बढ़े और ड्राइवर की पास वाली सीट का दरवाजा खोला। तभी फिर किसी ने कुछ कहा, और नगर पालिका अध्यक्ष स्वयं पर से नियंत्रण को बैठे। वह दौड़ते हुए आगे बढ़े और उसके बाद कैमरा उनके ऊपर से हटा दिया गया।
महिला कर्मचारी का बयान
सिविल अस्पताल ब्यावरा में पदस्थ मीनाक्षी कुबड़े ने बताया कि मैं सरकारी क्वाटर में रहती हूं। कल (रविवार) करीब दो बजे चंद्रप्रकाश पंवार (नपा कर्मचारी) से पूछने गए थे कि ये जो गेट लगा रहे हैं वो आप सबसे पूछकर लगा लेते तो हमें भी अच्छा लगता। तो उन्होंने कहा कि ये ऑर्डर विनोद साहू जी ने दिया है। इस पर उन्होंने पड़ोसी नर्स का गेट बजाया और फिर विवाद करने लगे। उन्होंने कहा कि आप कौन होते हैं बहस करने वाले। हमने कहा कि हम तो नॉर्मली ही बात कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने साहू को फोन कर दिया। साहू जी वहां पहुंचे और मारने लग गए। इस दौरान मौजूद लोगों ने बीच-बचाव किया। मेरे पति ने भी बीच बचाव किया। उसके बाद साहू नीचे गए और फावड़ा उठाकर फिर से मुझ पर हमला किया। इस बीच सब लोगों ने मुझे पकड़कर अंदर किया और बचाया।
पुलिस पर FIR दर्ज नहीं करने का आरोप
महिला कर्मचारी का कहना है कि मैंने कल रात से थाने में शिकायत की है लेकिन मुझे अभी तक कोई कॉपी नहीं मिली है, न ही FIR दर्ज हुई है। मैं चाहती हूं कि मुझे न्याय मिले।
मुझे मालूम होते हुए भी नहीं कहूंगा: दिग्विजय सिंह
इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद दिग्विजय सिंह ने भी अपने ट्वीट अकाउंट पर ट्वीट कर लिखा- माननीय मुख्य मंत्री जी क्या आप एक शासकीय स्वास्थ कर्मी के साथ @BJP4India के नगर पालिका अध्यक्ष राजगढ़ द्वारा की जा रही गुंडागर्दी को स्वीकृति देंगे? क्या धारा 353 के अन्तर्गत इन पर कार्रवाई नहीं होना चाहिए? आप कहेंगे FIR नहीं हुई। बैतूल की रहने वाली नर्स शासकीय पार्टी के नगर पालिका के अध्यक्ष जी के खिलाफ FIR करने के लिए थाने पर जा रही थी तभी तो यह घटना हुई। अध्यक्ष जी की नाराजी का कारण क्या है आप CM साहब पता लगा लें। मुझे मालूम होते हुए भी नहीं कहूंगा।
आवेदन मिल गया है जांच करेंगे: थाना प्रभारी
थाना प्रभारी ने बताया कि वीरसिंह ठाकुर ने बताया कि महिला ने आवेदन दिया है। गेट बनाने की बात को लेकर इनका विवाद हुआ था। जिसमें अनावेदक विनोद साहू पर आरोप लगाए हैं। दोनों पक्षों के बयान लेकर जो भी कार्रवाई उचित होगी वह हम करेंगे।
अब क्या बाकी है
इस पूरे घटनाक्रम में ऑडियो महत्वपूर्ण है परंतु वीडियो में से ऑडियो को रिमूव करने के बाद अपलोड किया गया है। अब पुलिस इंक्वारी के दौरान जब मोबाइल फोन जप्त किया जाएगा तब पता चलेगा कि इस घटना के दौरान क्या बातचीत चल रही थी। महिला कर्मचारियों ने अपने बयान में स्वयं कहा है कि यह वीडियो उसने खुद रिकॉर्ड किया है और इसमें दोनों पक्षों की बातचीत और विवाद की आवाज रिकॉर्ड है।
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