मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक लड़की रहती है, जिसका नाम निशिता सोनी है। उसने भारत सरकार की नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के खिलाफ मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। दावा किया है कि NEET-UG परीक्षा में उसे 617 नंबर मिले थे लेकिन उसके स्कोर कार्ड पर 340 नंबर दर्ज किए गए और NTA को बताने के बाद भी उन्होंने स्कोर कार्ड में संशोधन नहीं किया।
रिस्पोंड शीट में 617 लेकिन स्कोरकार्ड में 340
देश के मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में दाखिले के लिए हुए नेशनल इलिजिबिल्टी कम एंट्रेस टेस्ट फॉर यूजी (NEET-UG) टॉप 13 छात्रों के रोल नंबर आसपास के होने के कारण चर्चा में है। भोपाल की एक छात्रा ने रिजल्ट पर सवाल उठाते हुए मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। छात्रा ने NEET-UG कराने वाली संस्था नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के रिजल्ट को गलत ठहराया है। छात्रा के मुताबिक एनटीए की आंसर-की से रिस्पोंड शीट का मिलान करने पर उन्हें 617 नंबर मिल रहे हैं, लेकिन रिजल्ट में 340 अंक ही आए।
भोपाल के कोलार रोड स्थित गांव देहरी कलां में रहने वाली छात्रा निशिता सोनी ने बताया कि नीट-यूजी 5 मई को हुआ था। 25 दिन बाद एनटीए ने आंसर-की और रिस्पोंड शीट ईमेल पर भेजी। रिस्पोंड शीट स्टूडेंट द्वारा एग्जाम हॉल में जमा की गई आंसर शीट की स्कैन कॉपी होती है। इसका मिलान जब एनटीए से जारी आंसर-की से किया गया तो 617 नंबर मिले। इससे कन्फर्म हो गया था कि NEET-UG से इस साल सरकारी अथवा प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में काउंसलिंग से एमबीबीएस सीट अलॉट हो जाएगी।
NEET-UG के स्कोर कार्ड में सिर्फ 340 नंबर मिले
निशिता ने बताया कि बीते दिनों एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) ने जब रिजल्ट घोषित किया, तो NEET-UG के स्कोर कार्ड में सिर्फ 340 नंबर मिले। जो रिस्पोंड शीट और आंसर-की से मिलान करके बनाए रिजल्ट में मिल रहे अंकों से कॉफी कम थे। इसके चलते रिजल्ट घोषित होने के अगले ही दिन NTA को ईमेल कर रिजल्ट रिव्यू की गुहार लगाई, लेकिन NTA ने अब तक जवाब नहीं दिया है।
हाईकोर्ट में रजिस्टर हुई याचिका
निशिता सोनी ने बताया- रिजल्ट गलत दिए जाने के खिलाफ हाईकोर्ट की जबलपुर बैंच में याचिका दाखिल की है। हाईकोर्ट ने याचिका को WP/16295/2024 नंबर पर रजिस्टर किया है। केस की पैरवी कर रहे एडवोकेट बृजेंद्र मिश्रा ने बताया कि याचिका पर सुनवाई वेकेशन बैंच करेगी। कोर्ट ने हमारी याचिका को रजिस्टर कर लिया है। अभी सुनवाई की तारीख कोर्ट ने सुनिश्चत नहीं की है।
159 प्रश्नों के सही उत्तर दिए
छात्रा निशिता पिछले तीन साल से NEET-UG की तैयारी कर रही हैं। उनका दावा है कि 5 मई को हुई NEET- UG में पूछे गए 180 प्रश्नों में से 159 प्रश्नों के उत्तर सही दिए हैं। जबकि 19 प्रश्नों के गलत उत्तर दिए। इसके अलावा 2 प्रश्नों के उत्तर 'पता नहीं' दिए थे। NEET-UG में प्रश्न का गलत उत्तर देने पर प्रत्येक प्रश्न के लिए 1 नंबर काटने का नियम प्रवेश परीक्षा में था। इसके चलते 159 सही प्रश्नों के उत्तर से मिले 636 नंबर में से 19 नंबर काटकर 617 नंबर, रिजल्ट शीट में मिलना चाहिए थे, लेकिन रिजल्ट में नंबर 340 मिले हैं। इससे रिजल्ट में गड़बड़ी की आशंका है।
बात मार्क्स की नहीं है, उम्मीदों की है
निशिता की मां प्रतिभा सोनी ने कहा- जब मेरी आंखों के सामने रिजल्ट आया तो मुझे बिल्कुल यकीन नहीं हो रहा था कि ये मेरी बेटी का रिजल्ट है। निशिता ने इतने लंबे समय तक एग्जाम दिए, इतने मॉक टेस्ट दिए हैं। मैंने खुद साथ रहकर उसकी प्रिपरेशन करवाई है। रात-रात भर जागकर मेरी बेटी ने मेहनत की है। जो मार्क्स एनटीए ने घोषित किए हैं, मैं उससे सहमत नहीं हूं। हमने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
बात मार्क्स की नहीं है, बात उम्मीदों की है। एनटीए वालों के लिए यह सिर्फ नंबर है, लेकिन पेरेंट्स के लिए यह उनकी साल भर की मेहनत है। यह मेरी बेटी की मेहनत है। उसने जो इतने सारे सपने देखे थे। वह इतने सालों से कहीं नहीं गई। सिर्फ क्लास रूम से घर और घर से क्लासरूम।
प्रतिभा ने कहा, रिजल्ट आने के बाद मेरी बेटी ने खाना छोड़ दिया। मुझे 2 घंटे उसे संभालने में लगे। जब से रिजल्ट आया है, उसके चेहरे की खुशी गायब हो गई है। मेरे पति उदयपुर से भोपाल खुद ड्राइव करके आए। अगर मेरे पति को कुछ हो जाता तो, मैं चाहती हूं कि जो मेरी बेटी के साथ हुआ वो किसी ओर के साथ न हो।
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