मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के अंतर्गत शिवपुरी नगर पालिका क्षेत्र में कचरा उठाने का काम कर रही इंदौर की कंपनी Divine Waste Management and Services, Indore ने आधा सैकड़ा कर्मचारियों का वेतन पिछले 3 माह से रोक लिया है। इसके चलते आज कर्मचारियों ने नगर पालिका में प्रदर्शन किया और मुख्य नगर पालिका अधिकारी को ज्ञापन दिया। इसके बाद पुलिस अधीक्षक से शिकायत की एवं कंपनी संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की।
कर्मचारियों को कलेक्टर रेट पर वेतन नहीं दिया
एसपी ऑफिस पर लगभग 30 से अधिक युवक इंदौर की कंपनी डिवाइन वेस्ट मैनेजमेंट के खिलाफ एक शिकायती आवेदन लेकर पहुंचे थे। शिकायतकर्ता युवक ने बताया कि हम प्रार्थीगण आउटसोर्स कर्मचारी हैं। डिवाइन वेस्ट मैनेजमेंट सर्विस इंदौर कम्पनी ने नगरपालिका शिवपुरी के माध्यम से हमें कचरा कलेक्शन वाहन चालक हेल्पर, सुपरवाइजर, तथा कम्प्यूटर ऑपरेटर आदि पदों पर नियुक्त किया गया है। हमारे द्वारा अपना कार्य लगन, मेहनत, ईमानदारी के साथ संपादित किया जा रहा है, लेकिन हमें कलेक्टर रेट पर वेतन नहीं दिया जा रहा है। हर महीने बिना किसी कारण के वेतन काट लिया जाता है। अब तो और बड़ी समस्या हो गई है क्योंकि पिछले 3 महीने से कंपनी ने वेतन ही नहीं दिया है।
सवाल करने वालों को हटा दिया और वेतन भी नहीं दिया
जिससे हम प्रार्थी गणों को अपना व अपने परिवार के भरण पोषण में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी के ठेकेदार (कंपनी की ओर से कर्मचारियों से कम्युनिकेशन के लिए नियुक्ति व्यक्ति) से कहने पर हटाने की धमकी देते हैं और कई कर्मचारियों को हटा भी दिया गया है। इस कंपनी के ठेकेदार ने इमरोज खांन, फरदीन खान, नरेश जाटव, दीपक भाकड, सुनील, अवधेश जाटव आदि को हटा दिया गया है व उनके द्वारा किये गये कार्य का भी भुगतान नहीं किया गया है।
कंपनी के ठेकेदार के खिलाफ पुलिस अधीक्षक से शिकायत
यह कि इस संबंध में हमारे द्वारा श्रीमान मुख्य नगरपालिका अधिकारी महोदय शिवपुरी को मौखिक रूप से वेतन के संबंध में कहा गया तो उनके द्वारा बताया जा रहा है कि इसमें मैं कुछ नहीं कर सकता हूँ आप कम्पनी के ठेकेदार से बातें करे वही आपका निराकरण करेंगे। एसपी ऑफिस पहुंचे इन कर्मचारी ने एसपी शिवपुरी से इस कंपनी के ठेकेदार पर कार्यवाही करते हुए वेतन दिलवाने का निवेदन किया है।
कंपनी पर पेनल्टी लगाने के आदेश दिए थे
चार महीने पहले नगर पालिका शिवपुरी ने शहर को इंदौर की तरह स्वच्छ बनाने के लिए इंदौर की जिस डिवाइन वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी को डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का 13 लाख रुपए महीने का ठेके पर दिया था, उस पर 19 कचरा कलेक्शन वाहनों को खराब करने के आरोप नगर पालिका अध्यक्ष और पार्षदों ने लगाए हैं। जिसके चलते नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा ने स्वच्छता अधिकारी को कंपनी पर पेनल्टी लगाने और उसके द्वारा किए गए नुकसान का आंकलन करने के निर्देश दिए थे।
डिवाइन वेस्ट मैनेजमेंट के कर्ताधर्ता गायब
खास बात यह है कि अध्यक्ष और पार्षदों की नाराजगी के बाद अब सीएमओ नगर पालिका केशव सिंह सगर ने डिवाइन वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी को डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने पर रोक लगा ठेका निरस्त कर दिया है। अब सीधे नगर पालिका अपने कर्मचारियों से पूर्व की भांति कचरा एकत्रित करा रही है इस कारण ही कंपनी ने अपने कर्मचारियों का वेतन रोक लिया है,और कंपनी के कर्ताधर्ता गायब हो गए है।
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