कलेक्टर राघवेंद्र सिंह ईमानदारी से IAS नहीं बने, पीएम श्री स्कूल के प्राचार्य ने कहा - MP NEWS

RAGHVENDRA SINGH IAS की योग्यता पर बड़ा सवाल उठ गया है। पीएम श्री स्कूल पालखेड़ी जिला आगर मालवा के प्राचार्य श्री केसी मालवीय का कहना है कि, मुझे लगता है, निश्चित ही, वह ईमानदारी से IAS नहीं बने, नीट के घोटाले की तरह IAS बने, जिन्हें नियमों का ज्ञान नहीं है, और दबाव में आकर काम करते हैं, यह शासन को भी सोचना चाहिए। प्राचार्य ने यह बयान दैनिक भास्कर के पत्रकार को दिया। वह वीडियो हमने यूट्यूब पर अपलोड कर दिया है। यहां क्लिक करके देख सकते हैं परंतु इस वीडियो को शेयर नहीं कर सकते हैं। वीडियो सिर्फ इस समाचार की पुष्टि के लिए अपलोड किया गया है।

कलेक्टर ने क्या गलती कर दी थी, मामला क्या है

भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी श्री राघवेंद्र सिंह ने सोमवार दिनांक 8 जुलाई 2024 को पीएमश्री स्कूल के प्राचार्य श्री केसी मालवीय का ट्रांसफर पालखेड़ी से करीब 80 किलोमीटर दूर सोयतखुर्द के सरकारी हाई स्कूल में कर दिया था। मंगलवार को इस बात को लेकर तनाव की स्थिति बन गई और कलेक्टर को अपना आदेश निरस्त करना पड़ा। दरअसल, पीएमश्री स्कूल के प्राचार्य श्री केसी मालवीय एक राजपत्रित अधिकारी हैं और उन्हें निलंबित या स्थानांतरित करने का अधिकार कलेक्टर के पास नहीं होता। कलेक्टर सिर्फ प्रस्ताव भेज सकते हैं। इस मामले में कलेक्टर ने ट्रांसफर आर्डर जारी कर दिए थे। इसलिए उन्हें अपना आदेश निरस्त करना पड़ा। 

कलेक्टर ने प्राचार्य का ट्रांसफर आर्डर क्यों जारी किया

 5 दिन पहले सरपंच के साथ प्राचार्य का विवाद हो गया था। सरपंच गोवर्धन सिंह, भारतीय जनता पार्टी के नेता है। वह अपने कुछ साथी सरपंचों को लेकर स्थानीय विधायक के पास चले गए। विधायक ने कलेक्टर को कहा और कलेक्टर ने विधायक के कहने पर ट्रांसफर आर्डर जारी कर दिया। 

प्राचार्य और सरपंच के बीच में क्या विवाद हो गया था

26 जनवरी 2024 को पालखेड़ी पीएमश्री स्कूल के गणतंत्र दिवस समारोह में सरपंच गोवर्धन सिंह ने कहा था कि जल्द ही स्कूल में पानी आएगा। पालखेड़ी पीएमश्री स्कूल जल संकट से जूझ रहा है। विद्यार्थियों को पेयजल के लिए पानी का टैंकर मंगवाना पड़ता है। टैंकर का खर्चा बच्चों को वहन करना पड़ता है। इस बात को लेकर तनाव की स्थिति बन गई थी। 5 दिन पहले प्राचार्य ने सरपंच को स्कूल में बुलाया। बच्चों के सामने बातचीत की और इसका वीडियो रिकॉर्ड किया। 

वीडियो में प्राचार्य ये कहते सुनाई दे रहे हैं - 'आपने हमें नल कनेक्शन नहीं दिया। लिखित में दिया आपको। फोन लगाकर बार-बार कहा। जितने पैसे जमा करने है कराइए। लिखित में दिए हैं नहीं तो आप लिखित में दे दीजिए। स्टूडेंट्स आप अपने घर में कहिए की सरपंच साहब पानी नहीं दे रहे हैं, दारू में नहीं बिके और ऐसे सरपंच बनाएं जो आपको पानी दे सके। कितने लोग ऐसा कहेंगे अपने मां-बाप को, हाथ खड़ा करें। अपने सरपंच को कहे कि आज ही नल कनेक्शन करें। ठीक है ताली बजाओ। 

अब क्या स्थिति है
प्राचार्य श्री केसी मालवीय जब बुधवार को वापस स्कूल में आए तो उन्हें घोड़ी पर बैठकर उनका जुलूस निकाला गया। आतिशबाजी की गई, और इसके बाद प्राचार्य ने कलेक्टर की योग्यता पर सवाल उठाया। इसके कारण अब कलेक्टर और प्राचार्य के बीच सीधे टकराव की स्थिति बन गई है। पत्रकारों के पूछने पर कलेक्टर श्री राघवेंद्र सिंह ने कहा कि, शासन के निर्देश के अनुसार उनका आसंजन (ट्रांसफर) मेरे स्तर से नहीं किया जा सकता था। कमिश्नर लेवल से हो सकता है। पालखेड़ी गांव के सरपंच को स्कूल बुलाकर उन्हें अपमानित करने और उसका वीडियो बनाकर वायरल करने के मामले में सरपंच संघ की ओर से शिकायत मिली थी, इनके निलंबन का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है। 

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