New Discovery - दूध पीने से बच्चों की हड्डी मजबूत होती है तो फिर दूध पिलाने से मां की हड्डी कमजोर क्यों नहीं होती

कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में उस सवाल का जवाब ढूंढ लिया गया है। जो ज्यादातर बच्चों द्वारा कभी किया ही नहीं गया। हमने मंगल का चक्कर लगा लिया और हमारे वैज्ञानिकों ने समुद्र और अंतरिक्ष के कई रहस्य भी जान लिए। हजारों साल पहले यह भी पता लगा लिया था कि मां का दूध पीने से बच्चे की हड्डी मजबूत होती है, उसका संपूर्ण विकास होता है परंतु अब जाकर हमें यह पता चल पाया है कि दूध पिलाने के बावजूद मां की हड्डी कमजोर क्यों नहीं होती। जबकि मां की हड्डियों में जो कैल्शियम होता है, वह दूध में शामिल होकर हड्डियों को लगातार कमजोर करता है। 

महिलाओं की हड्डी मजबूत रखने वाला हार्मोन खोज निकाला

University of California सैन फ्रांसिस्को और डेविस की टीम ने एक रिसर्च के दौरान उसे हार्मोन को ढूंढ निकाला जो सिर्फ महिलाओं के शरीर में होता है और जब वह अपनी संतान को दूध पिला रही होती हैं उस अवधि में उनकी हड्डियों के घनत्व और ताकत को बढ़ाने का काम करता है। यह हार्मोन महिलाओं के शरीर में कैल्शियम की मात्रा को कंट्रोल करने का काम करता है। यदि हड्डियों में कैल्शियम कम है, तो महिलाएं जो कुछ भी खाती है उसमें से कैल्शियम निकाल कर फटाफट उसकी आपूर्ति कर देता है। 

महिलाओं की हड्डियां क्यों नहीं टूटती, फ्रैक्चर क्यों नहीं होते

यह हार्मोन उनके दिमाग में स्थित होता है और शरीर में कैल्शियम कम होने की स्थिति में यही हार्मोन महिलाओं को कैल्शियम वाली चीज खाने के लिए प्रेरित करता है। शायद आपको याद होगा, कुछ सालों पहले तक कुछ महिलाएं "चूना" से बनी हुई बत्तियां खाती थी। क्योंकि "चूना" में कैल्शियम होता है। यह हार्मोन कितना ताकतवर है कि जब महिलाओं की हड्डियों में "बाल के बराबर पतले क्रैक" बनते हैं तो उन्हें तत्काल रिपेयर कर देता है। इसके कारण उनकी हड्डी कभी कमजोर नहीं पड़ती। यही कारण है कि उन्हें, पुरुषों की तुलना में कम फ्रैक्चर होते हैं जबकि वह पुरुषों की तुलना में ज्यादा गिरती है। 

हड्डियों को मजबूत करने वाले हार्मोन का नाम क्या है

वैज्ञानिकों ने इस हार्मोन को हिंदी में - सेल्युलर कम्युनिकेशन नेटवर्क फैक्टर 3; अंग्रेजी में -Cellular Communication Network Factor 3; और शॉर्ट फॉर्म CCN3, नाम दिया है। इस रिसर्च की डिटेल दिनांक 10 जुलाई को वर्ल्ड फेमस साइंस मैगज़ीन "नेचर" में प्रकाशित हुई है। 

अब Osteoporosis बीमारी का इलाज संभव होगा 

ऑस्टियोपोरोसिस हड्डियों की एक ऐसी गंभीर स्थिति है, जो बताती है की हड्डियों में कैल्शियम और खनिज का नुकसान हो रहा है और इसके कारण हड्डियों का घनत्व कम हो गया है। भारत में इसे सरल भाषा में हड्डियों का कमजोर हो जाना कहते हैं। जब कोई अचानक जमीन पर गिर जाने के कारण भी फ्रैक्चर हो जाता है। महिलाओं में रजोनिवृत्ति के दौरान उनके एस्ट्रोजन लेवल में काफी कमी आ जाती है जिसके कारण ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है। जबकि स्तनपान के समय ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बिल्कुल नहीं होता। यहां तक की महिलाओं की हड्डी भी फ्रैक्चर नहीं होती। 

Discovery of CCN3- अब आगे क्या हो रहा है

दिमाग में एक क्षेत्र होता है, जिसे arcuate nucleus नाम से पुकारा जाता है। चूहों पर किए गए एक रिसर्च में पाया गया है कि, एस्ट्रोजन हार्मोन के रिसेप्टर्स को ब्लॉक करने पर हड्डियों के द्रव्यमान में अत्यधिक वृद्धि हुई है। यह हार्मोन मादा जानवरों में भी पाया गया और प्रयोग के दौरान जब इस हार्मोन को रोका गया तो न केवल मादा जानवर बीमार हो गई बल्कि उसका दूध पीने वाले बच्चे भी कमजोर हो गए। जब बच्चों में यह हार्मोन बाहर से डाला गया तो उनकी हड्डियां मजबूत हो गई। यहां एक महत्वपूर्ण और नई जानकारी भी मिली। इस हार्मोन ने नर और मादा, दोनों की हड्डियों को मजबूत किया। यानी यह हार्मोन मां के शरीर में उपस्थित होता है परंतु यदि किसी बालक की हड्डी कमजोर है तो उसे बाहर से इंजेक्शन भी दिया जा सकता है। 

एक इंजेक्शन से फ्रैक्चर ठीक हो जाएगा

रिसर्च के दौरान यह भी पाया गया कि, CCN3 के संपर्क में आने के बाद हड्डियों के भीतर मौजूद स्टेम सेल नई कोशिकाओं का उत्पादन करने लगते हैं। इसका सीधा तात्पर्य हुआ कि यदि किसी को फ्रैक्चर हो गया है तो CCN3 का इंजेक्शन लगाने पर उसका फ्रैक्चर ठीक हो जाएगा। इस अनुमान को विश्वास में बदलने के लिए चूहों पर प्रयोग किया गया और वह सफल हुआ है। उनकी फ्रैक्चर हड्डियों में तेजी से विकास हुआ और वह फिर से पहले की तरह उछल कूद करने लगे। 

Dr Holly Ingraham, professor, Department of Cellular and Molecular Pharmacology ने अमेरिका की एक फेमस न्यूज मैगजीन हैपिएस्ट हेल्थ को बताया कि, अब हम बड़े जानवरों में प्रयोग करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। हम देखना चाहते हैं की कितनी उम्र तक के प्राणियों में या हार्मोन काम करता है और इस हार्मोन के माध्यम से उनकी हड्डियों को मजबूत किया जा सकता है। प्रोफेसर होली इन ग्राहम के इस बयान का तात्पर्य है कि वह, यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यदि बूढ़े मनुष्य को फ्रैक्चर हो जाने की स्थिति में CCN3 दिया जाए तो क्या उसकी हड्डियां फिर से मजबूत हो जाएगी। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article) 

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