भारत के आसमान में अरब सागर और पश्चिम बंगाल से पैदा हुए बादल छाए हुए हैं। दोनों समुद्र से बादलों का आना लगातार जारी है। कई प्रकार की गतिविधियां संचालित हो रही है। आज दोपहर 1:00 बजे पश्चिम बंगाल और दक्षिण बांग्लादेश के बॉर्डर वाले इलाके पर, उत्तर पूर्व राजस्थान के आसमान में, पंजाब एवं उसके आसपास और इस प्रकार आसमान में कई तरह के बवंडर बने हुए हैं जो बादलों को यहां वहां फेंकने का काम कर रहे हैं। 6 राज्यों के आसमान पर बेहद घने बादल दिखाई दे रहे हैं। घनघोर वर्षा और बाढ़ का खतरा है। इसलिए रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। शेष 23 राज्यों के आसमान पर भी काफी घने बादल है और मूसलाधार बारिश होगी इसलिए ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है। यह स्थिति 5 अगस्त तक बने रहने की संभावना है। वैज्ञानिक कौन है फिलहाल 3 अगस्त तक के लिए अलर्ट जारी किए हैं।
INDIA WEATHER MONSOON FORECAST- 6 राज्यों के लिए रेड अलर्ट
सेटेलाइट से प्राप्त हुई बादलों की गतिविधियों के आधार पर मौसम वैज्ञानिकों ने मध्य महाराष्ट्र, पूर्वी मध्य प्रदेश, कोंकण गोवा, पश्चिम मध्य प्रदेश, गुजरात रीजन (गुजरात राज्य का वह क्षेत्र जो समुद्र के किनारे नहीं है) एवं कोस्टल कर्नाटका के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इन इलाकों में घनघोर बारिश होगी। अत्यधिक भारी बारिश की यह स्थिति कम से कम 3 अगस्त तक बनी रहेगी।
IMD WEATHER ALERT
उपरोक्त 6 राज्यों के अलावा विदर्भ, छत्तीसगढ़, सौराष्ट्र एवं कच्छ, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान, उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान, साउथ इंटीरियर कर्नाटक, केरला, कोस्टल कर्नाटका, झारखंड, उड़ीसा, गंगाटेक पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, हिमालय के नजदीक वाला पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम में मूसलाधार बारिश होगी।
भारत मौसम और मानसून का पूर्वानुमान, पढ़िए अगस्त और सितंबर में कैसी बारिश होगी
क) दक्षिण-पश्चिम मानसून सीजन (अगस्त से सितंबर) 2024 के दूसरे भाग के दौरान पूरे देश में बारिश सामान्य से अधिक (LPA का 106% से अधिक) होने की संभावना है।
ख) मानसून सीजन के दूसरे भाग के दौरान, देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से लेकर सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है केवल पूर्वोतर और पूर्वी भारत के आसपास के क्षेत्रों, लद्दाख, सौराष्ट्र और कच्छ के कई हिस्सों और मध्य और प्रायद्वीपीय भारत के कुछ इक्का-दुक्का इलाकों को छोड़कर, जहाँ सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है।
ग) अगस्त 2024 के लिए पूरे देश में मासिक वर्षा सामान्य सीमा (LPA का 94 से 106%) के भीतर रहने की संभावना है।
घ) अगस्त 2024 में, देश के कई हिस्सों में सामान्य से लेकर सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है, केवल मध्य और आसपास के उत्तरी प्रायद्वीपीय भारत के दक्षिणी भागों, पूर्वी भारत के पूर्वोतर और आसपास के क्षेत्रों, उत्तर- पश्चिम और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर, जहाँ सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है।
ङ) अगस्त 2024 के दौरान, देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक अधिकतम तापमान रहने की संभावना है, सिवाय गंगा के मैदानों, मध्य भारत और भारत के दक्षिण-पूर्वी तट के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर, जहाँ सामान्य से लेकर सामान्य से कम अधिकतम तापमान रहने की संभावना है।
च) दक्षिण-पूर्वी प्रायद्वीपीय भारत को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक न्यूनतम तापमान रहने की संभावना है, जहाँ अगस्त 2024 के दौरान सामान्य से कम न्यूनतम तापमान रहने की संभावना है।
छ) वर्तमान में, भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में तटस्थ एल नीनो-दक्षिणी दोलन (ईएनएसओ) स्थितियाँ व्याप्त हैं। मानसून मिशन जलवायु पूर्वानुमान प्रणाली (एमएमसीएफएस) और अन्य जलवायु मॉडल के नवीनतम पूर्वानुमानों से पता चलता है कि अगस्त के अंत में मानसून के मौसम के दूसरे भाग में ला नीना विकसित होने की संभावना है।
ज) वर्तमान में, हिंद महासागर पर तटस्थ हिंद महासागर द्विध्रुव (आईओडी) स्थितियाँ व्याप्त हैं। जलवायु मॉडल पूर्वानुमान संकेत देते हैं कि ये तटस्थ आईओडी स्थितियाँ मानसून के मौसम के अंत तक जारी रहने की संभावना है। झ) आईएमडी अगस्त 2024 के अंत तक सितंबर के दौरान वर्षा का पूर्वानुमान जारी करेगा।
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