मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज ऐलान किया है कि मध्य प्रदेश के प्रत्येक ब्लॉक के अंदर एक गांव "बरसाना" के नाते से जाना जाएगा। यहां "बरसाना" से तात्पर्य ऐसा गांव जहां पर सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। जो आत्मनिर्भर है और जहां पर बच्चों को प्रेम, महिलाओं को सुरक्षा एवं बुजुर्गों को सम्मान मिलता है। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में टोटल 459 विकासखंड है जिनमें से 174 आदिवासी विकास खंड है। प्रत्येक विकास खंड में एक गांव को मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की बरसाना योजना के तहत विकसित किया जाएगा।
5000 से अधिक बाल गोपाल और इतनी ही माँ यशोदा मौजूद थी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज यहां इंदौर में भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर "हर बालक कृष्ण, हर माँ यशोदा" की थीम पर आयोजित देश में अपने तरह के पहले एवं अनूठे कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस धर्ममय एवं ऐतिहासिक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उपस्थित बाल गोपालों और यशोदा माताओं का पुष्प वर्षा कर अभिनंदन किया। इस अनूठे कार्यक्रम में 5 हजार से अधिक बच्चे बाल गोपाल और इतनी ही माताएं माँ यशोदा के रूप में मौजूद थी। कार्यक्रम स्थल पूरी तरह आलौकिक अनुभूति से सराबोर था। कार्यक्रम स्थल को भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न लीलाओं से चित्रित एवं सजाया गया था। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उपस्थित बाल गोपालों को गोद में लेकर स्नेह से दुलार किया। मटकी फोड़ का कार्यक्रम भी हुआ। उन्होंने बाल गोपालों को माखन मिश्री भी प्रसाद के रूप में खिलायी। बाल गोपालों को कृष्ण जन्माष्टमी के उपहार भी वितरित किये गये।
मध्य प्रदेश के बरसाना गाँव में क्या-क्या होगा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश के सभी विकासखण्डों में एक गाँव को चयनित कर बरसाना गाँव के रूप में विकसित किया जायेगा। इन गाँवों के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शों और सिद्धांतों का प्रसार किया जायेगा और उन्हें जन-जन तक पहुंचाया जायेगा। बरसाना गाँव में जहां एक ओर प्राचीन संस्कृति को पुष्पित और पल्लवित किया जायेगा वहीं दूसरी ओर जैविक खेती और दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा दिया जायेगा। इन गाँवों में विकास की नई दिशा तय की जायेगी। ग्रामीणों में मानवता, सामाजिक, सांस्कृतिक एकता के जन जागरण का प्रसार कर एक ऐसा समाज तैयार किया जायेगा जिसमें भगवान श्रीकृष्ण के आदर्श और सिद्धांत दिखायी दें। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही प्रदेश के हर एक नगरीय निकाय में भी गीता भवन केन्द्र स्थापित किये जाएंगे।
मुख्यमंत्री की घोषणा के साक्षी
इस कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, सांसद श्री शंकर लालवानी, महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव, विधायक सुश्री उषा ठाकुर, श्रीमती मालिनी गौड़, श्री महेंद्र हार्डिया, श्री मनोज पटेल, श्री गोलू शुक्ला तथा श्री मधु वर्मा, अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के अध्यक्ष श्री सावन सोनकर, पूर्व विधायक श्री गोपी नेमा, श्री सुदर्शन गुप्ता तथा श्री संजय शुक्ला, श्री गौरव रणदीवे, संभागायुक्त श्री दीपक सिंह, पुलिस कमिश्नर श्री राकेश गुप्ता, कलेक्टर श्री आशीष सिंह विशेष रूप से मौजूद थे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भगवान श्रीकृष्ण के जीवन चरित्र और उनसे जुड़ी लीलाओं और प्रसंगों के बारे में विस्तार से बताया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम में भगवान श्रीकृष्ण पर आधारित भजन "गोविंदा आला रे आला, जरा मटकी संभाल बृजबाला" सुनाया। इस भजन पर उपस्थित श्रोताओं ने स्वर से स्वर मिलाकर पूरे कार्यक्रम को धर्ममय कर दिया। कार्यक्रम में प्रसिद्ध बांसुरी वादक बल्लू जी के बांसुरी वादन ने और माधवास बैंड की प्रस्तुति ने कार्यक्रम में आलौकिक अनुभूति करायी। मुख्यमंत्री जी ने "हाथी घोड़ा पालकी-जय कन्हैया लाल की" के जयकारों से पूरे कार्यक्रम स्थल को उपस्थित बाल गोपालों और यशोदा माताओं के स्वर के साथ गुंजायमान कर दिया।