INDIA METEOROLOGICAL DEPARTMENT (भारत मौसम विज्ञान विभाग) के वैज्ञानिकों के अनुसार पश्चिम मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, और अरुणाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। इसके कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित होगा इसलिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। संबंधित स्थानीय प्रशासन और नागरिकों से अपील की गई है कि अलर्ट रहें। यदि मूसलाधार बारिश शुरू होती है तो सबसे पहले जीवन की रक्षा के कदम उठाएं। सभी प्रकार की जोखिम पूर्ण गतिविधि बंद कर दें।
भारत के 16 राज्यों में मानसून का येलो अलर्ट
उपरोक्त के अलावा, जम्मू कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान, समुद्र से दूर वाला गुजरात राज्य, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण गोवा, झारखंड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय और सिक्किम में भारी बारिश होगी। येलो अलर्ट जारी किया गया है ताकि स्थानीय प्रशासन एवं सभी नागरिक सावधान रहें।
अगले 10 दिनों तक के लिए मौसम का पूर्वानुमान
अगले 10 दिनों तक ऐसी कोई प्रणाली बनने की संभावना नहीं है। पश्चिम मध्य प्रदेश, उत्तरी महाराष्ट्र और गुजरात पर कोई भी चक्रवाती परिसंचरण कोंकण तट पर मानसून की धारा को मजबूत करता है। अगस्त के पहले भाग के दौरान ऐसी स्थिति संभव नहीं है। सबसे महत्वपूर्ण और अर्ध-स्थायी विशेषता दक्षिण गुजरात से केरल तक अपतटीय ट्रफ बनी हुई है। यह विशेषता अगले 10 दिनों तक निष्क्रिय रहेगी। इस स्थिति में मुंबई में अगस्त के तीसरे सप्ताह तक भारी बारिश होने की संभावना नहीं है।
मानसून ट्रफ उत्तरी मैदानी इलाकों में बने रहने की संभावना है और इसका पूर्वी छोर पहाड़ियों के पास रहेगा। ट्रफ में बहुत कम उतार-चढ़ाव की उम्मीद है। ऐसी स्थितियाँ कोंकण तट पर मौसम की गतिविधियों के अनुकूल और तेज नहीं होंगी।
मुंबई मौसम का पूर्वानुमान
वहीं, अरब सागर से आने वाली पश्चिमी धारा सीधी और अप्रभावित रहेगी। घाटों का भौगोलिक प्रभाव कुछ दिनों में छोटे पैमाने पर स्थानीय स्तर पर हलचल पैदा कर सकता है। मुंबई में 10 से 12 अगस्त के बीच एक या दो बार मध्यम बारिश होने की संभावना है, लेकिन इससे कोई व्यवधान नहीं होगा।
मौसम की स्थिति में बदलाव लाने के लिए बंगाल की खाड़ी के ऊपर ताजा मानसून सिस्टम बनना बहुत जरूरी है। ऐसा सिस्टम बनने का संकेत अगस्त के तीसरे सप्ताह तक नहीं दिख रहा है। इसीलिए मुंबई में 20 अगस्त तक सामान्य मानसूनी बारिश की संभावना नहीं है।
पूर्वोत्तर भारत मौसम का पूर्वानुमान
इस सप्ताह के दौरान पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम की खराब स्थिति अगले सप्ताह भी जारी रहेगी। क्षेत्र का उत्तरी भाग जिसमें अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और नागालैंड शामिल हैं, गंभीर मौसम गतिविधि के प्रति अधिक संवेदनशील होंगे। क्षेत्र में लगातार भारी मौसम के कारण कनेक्टिविटी पर भी असर पड़ सकता है और जल निकायों में अतिप्रवाह का कारण बन सकता है।
अगले एक सप्ताह में पूर्वोत्तर भागों में भारी बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। मेघालय और निचला असम तेज़ तूफ़ान गतिविधि के प्रति अधिक संवेदनशील हो गए हैं। मौसम की अधिकांश गतिविधियाँ देर शाम और रात के समय होंगी। मौसम की स्थिति आमतौर पर सुबह और दोपहर के समय बेहतर हो जाएगी।
दिल्ली मौसम का पूर्वानुमान
दिल्ली/एनसीआर में आज मानसून की बारिश हल्की और छिटपुट रहेगी। कल और परसों इसकी तीव्रता और फैलाव बढ़ने की उम्मीद है। मौसम की गतिविधियां अगले सप्ताह भी जारी रहेंगी। अंत में, इन दो अंतर्निहित परिसंचरणों के मानसून गर्त में समाहित होने की संभावना है। लेकिन, यह अगले सप्ताह के मध्य में या एक दिन बाद, स्वतंत्रता दिवस पर होगा। यही वह समय है जब गर्त की प्रवृत्ति पहाड़ों के करीब उत्तर की ओर बढ़ने की होगी। चूंकि मॉडल की सटीकता 4-5 दिनों से कम हो जाती है, इसलिए पूर्वानुमान की प्रभावशीलता कम हो जाती है। प्रामाणिक पूर्वानुमान के लिए, अगले सप्ताह की शुरुआत में मौसम संबंधी स्थितियों की निगरानी और समीक्षा की जाएगी।
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