मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह का डंडा कम कर गया। तीन दिन पहले उन्हें एक पटवारी को सस्पेंड किया था। इसका नतीजा यह हुआ कि, सारे पटवारी कम पर लग गए और सिर्फ 24 घंटे के भीतर नशे से संबंधित 6000 मामले और KYC से संबंधित 3000 मामलों का निपटारा कर दिया गया। वैसे कलेक्टर ने 50 पटवारी को नोटिस दिए थे, जिन्हें दूसरे दिन सस्पेंड करना था।
7 दिन बाद एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
भोपाल जिले में अभी भी नक्शे के 1.70 लाख और ई-केवाईसी के 2.87 लाख मामले अटके हुए हैं। इनको निपटाने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर 31 अगस्त तक महाअभियान चलाया जा रहा है। लेकिन पटवारी से लेकर आरआई तक इस अभियान को सफल नहीं होने दे रहे हैं। पेडिंग मामलों की बढ़ती संख्या को देख गुरुवार को कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने सभी अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई थी। उन्होंने कहा था कि एसडीएम को यह काम कराना होगा। काम नहीं करने वाले पटवारी, आरआई और तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई करें। इसके बाद भी काम नहीं होता है, तो 7 दिन बाद एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर का कहना है कि सभी को पेडिंग मामलों को गंभीरता से हल करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद भी स्थिति नहीं सुधरी तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। विनम्र अनुरोध 🙏कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें एवं हमारे व्हाट्सएप कम्युनिटी ज्वॉइन करें। इन सबकी डायरेक्ट लिंक नीचे स्क्रॉल करने पर मिल जाएंगी। मध्य प्रदेश के महत्वपूर्ण समाचार पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करके सबसे नीचे POPULAR Category में Madhyapradesh पर क्लिक करें।