अगर कोई व्यक्ति मिथ्या, फर्जी या जाली प्रमाण पत्र बनाता है तो उसके खिलाफ BNS की धारा 234 के अपराध बनेगा और उसी फर्जी प्रमाण पत्र को कोई व्यक्ति न्यायालय में सबूत के तौर पर पेश करता है तो उसके खिलाफ एक नई धारा के अंतर्गत अपराध बनता है, जानिए :-
भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 235 की परिभाषा
जो कोई व्यक्ति ऐसा प्रमाण पत्र जिसका मिथ्या होना ज्ञात है सत्य के रूप में काम में लाएगा या भ्रष्टतापूर्वक उपयोग में लाएगा तब वह व्यक्ति BNS की धारा 235 के अंतर्गत दोषी होगा।
अपराध के आवश्यक तत्व:-
1. कोई व्यक्ति जानते हुए कि प्रमाण पत्र मिथ्या है, उसे सत्य के रूप में प्रस्तुत करता है।
2. मिथ्या प्रमाण पत्र का उद्देश्य किसी व्यक्ति को अपराधी साबित करना या किसी के अधिकारों का उल्लंघन करना होता है।
3. मिथ्या प्रमाण पत्र के कारण किसी व्यक्ति को सजा या हानि पहुंचती है।
उदाहरण अनुसार:-
1. राम ने अदालत में एक मिथ्या जन्म प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया जिससे श्याम को गलत उम्र का दर्शाया गया।
2. विक्रम ने एक मिथ्या शैक्षिक प्रमाण पत्र का उपयोग करके रोहन को गलत योग्यता का लाभ मिला।
3. सूरज ने एक मिथ्या स्वास्थ्य प्रमाण पत्र का उपयोग करके राहुल को गलत इलाज मिला।
अपराध नहीं होगा:
1. यदि व्यक्ति को मिथ्या प्रमाण पत्र की जानकारी नहीं है।
2. यदि मिथ्या प्रमाण पत्र का उद्देश्य सच्चाई को उजागर करना होता है।
3. यदि मिथ्या प्रमाण पत्र के कारण किसी को हानि नहीं पहुंचती।
THE BHARATIYA NYAYA SANHITA, 2023,SECTION 235 PROVISION OF PUNISHMENT
इस धारा के अपराध असंज्ञेय एवं जमानतीय होते हैं अर्थात पुलिस थाने में इस अपराध की डायरेक्ट एफआईआर दर्ज नहीं होगी लेकिन पुलिस NCR लिख सकती है एवं इस अपराध के लिए न्यायालय में परिवाद भी लगाया जा सकता है। इस अपराध की सुनवाई उसी कोर्ट में होगी जिस न्यायालय में आरोपों का विचारण चल रहा है, एवं यह समझौता योग्य नहीं है अर्थात् राजीनामा नहीं किया जा सकता है।
दण्ड - उसी प्रकार के दंड से दण्डित किया जाएगा झूठे प्रमाण-पत्र जारी करके जिस अपराध से बचाने का प्रयास किया है या जिस अपराध में फंसाने का प्रयास किया है। लेखक✍️बी.आर. अहिरवार (पत्रकार एवं विधिक सलाहकार होशंगाबाद)। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)
डिस्क्लेमर - यह जानकारी केवल शिक्षा और जागरूकता के लिए है। कृपया किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई से पहले बार एसोसिएशन द्वारा अधिकृत अधिवक्ता से संपर्क करें।
विनम्र अनुरोध🙏कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें एवं हमारे व्हाट्सएप कम्युनिटी ज्वॉइन करें। इन सबकी डायरेक्ट लिंक नीचे स्क्रॉल करने पर मिल जाएंगी। मध्य प्रदेश के महत्वपूर्ण समाचार पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करके सबसे नीचे POPULAR Category में Legal पर क्लिक करें।