मध्य प्रदेश में किसी भी कर्मचारी को सस्पेंड कर देना, कोई दंड नहीं होता। सस्पेंड करने के बाद आरोप पत्र देना, फिर एक लंबी सुनवाई की प्रक्रिया, और इतने में कहीं कोई गलती हो गई तो हाई कोर्ट का वकील उसी का फायदा उठाकर अधिकारी को बहाल करवा देते हैं। ग्वालियर के आईजी अरविंद सक्सेना ने इस समस्या का समाधान निकाल दिया है। सटोरियों से मित्रता के आरोपी तीन पुलिस अधिकारियों को 500-500 किलोमीटर दूर ट्रांसफर कर दिया।
एक सीधी, दूसरा मऊगंज और तीसरा बड़वानी ट्रांसफर
मध्य प्रदेश पुलिस मुख्यालय से आज छुट्टी के दिन स्पेशल आर्डर जारी हुआ है। इसमें बताया गया है कि सब इंस्पेक्टर श्री अतर सिंह कुशवाहा को ग्वालियर से सीधी ट्रांसफर किया जाता है। एक अन्य आदेश में आरक्षक श्री पुष्पेंद्र सिंह लोधी को ग्वालियर से मऊगंज और आरक्षक श्री राम किशोर यादव को ग्वालियर से बड़वानी ट्रांसफर किया गया है। आदेश दिया गया है कि तत्काल प्रभाव से रवानगी डालें और अवगत करवाएं। सरकारी सिस्टम में ट्रांसफर भी एक व्यवस्था होती है। इसके खिलाफ किसी भी प्रकार का चैलेंज नहीं किया जा सकता। हाई कोर्ट भी इस प्रकार के मामलों में इंटरफेयर करने से मना कर देता है।
आईजी सक्सेना की सर्वत्र प्रशंसा
ग्वालियर IG श्री अरविंद सक्सेना के इस कदम की सर्वत्र प्रशंसा की जा रही है। ऐसे लोग जो आपराधिक गतिविधियों को संरक्षण देते हैं। इस प्रकार के गैर कानूनी व्यापार को संरक्षण देते हैं। उनके लिए लंबी दूरी के ट्रांसफर, उनको नियंत्रित करने का एक सबसे सरल उपाय है। विनम्र निवेदन 🙏कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें एवं हमारे व्हाट्सएप कम्युनिटी ज्वॉइन करें। इन सबकी डायरेक्ट लिंक नीचे स्क्रॉल करने पर मिल जाएंगी। कर्मचारियों से संबंधित महत्वपूर्ण समाचार पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करके सबसे नीचे POPULAR Category में employee पर क्लिक करें।