मध्य प्रदेश में स्वयं को सबसे आदर्श और निर्भीक नेता प्रचारित करने वाले मोहन सरकार के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की विधानसभा में मासूम बच्चों के द्वारा नशीले पदार्थों के ट्रांसपोर्टेशन का बड़ा मामला सामने आया है। खुलासा हुआ है कि, जिस प्रकार फिल्म रईस में मासूम बच्चों को अवैध शराब का कोरियर बना दिया गया था, बिल्कुल वैसे ही कैलाश विजयवर्गीय की विधानसभा में सैकड़ो मासूम बच्चों को जहरीले और नशीले पदार्थों का कोरियर बना दिया गया है।
INDORE NEWS - महिलाओं ने कैलाश विजयवर्गीय की घेराबंदी की
दिनांक 21 सितंबर को भागीरथपुरा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता अभियान के दौरान श्री कैलाश विजयवर्गीय, भाजपा कार्यकर्ताओं को मोटिवेट करने के लिए, अभियान में शामिल हुए थे। इसी दौरान इलाके की महिलाओं ने उनकी घेराबंदी कर डाली। महिलाओं ने बताया कि, करीब 200 गलियों में ड्रग पैडलर्स घूमते रहते हैं। वे बस्ती के 8 से 15 साल के बच्चों को 30 से 50 रुपए देकर पुड़िया सप्लाई करवा रहे हैं।
INDORE TODAY - महिलाओं से घिरे कैलाश विजयवर्गीय पुलिस पर भड़के
जब महिलाओं ने कैबिनेट मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय को चारों तरफ से घेर लिया और उनके आक्रोश से स्पष्ट हो रहा था कि वह शांत होने वाली नहीं है, तो कैलाश विजयवर्गीय पुलिस पर भड़क पड़े। उन्होंने कहा कि, मैं चौकी पर खड़े पुलिस अफसरों को तीन दिन की मोहलत दे रहा हूं। तीन दिन में यहां जितने भी नशा बेचने वाले..नशा करने वाले लोग हैं, उन पर सख्त एक्शन लें। चाहे वो कोई भी हो। उन्हें उठाकर उल्टा लटका देना। हम आएं तो हमें एक मोटी माला पहना देते हैं, फिर गलत धंधे करते हैं। आप बिल्कुल चिंता मत करना। तीन दिन का समय दे रहा हूं, नहीं तो हम सख्त कार्रवाई करेंगे।
कैलाश विजयवर्गीय की चेतावनी के बाद पुलिस ने क्या किया
इंदौर के प्रतिष्ठित पत्रकार श्री संतोष शितोले ने उपरोक्त प्रश्न के उत्तर की तलाश में एक बार फिर इलाके का दौरा किया और स्थानीय लोगों से बातचीत की। दैनिक भास्कर में प्रकाशित उनकी रिपोर्ट के अनुसार, इंदौर क्राइम ब्रांच के एडिशनल DCP राजेश दंडोतिया ने बताया कि, 'रविवार को भी कॉम्बिंग गश्त में NDPS के 12 और आबकारी के 8 केस दर्ज किए हैं। दबिश में कुछ बदमाश छत से भाग निकले, कुछ को पकड़ा गया है।' जबकि, स्थानीय रहवासियों ने बताया कि मंत्री के चेतावनी देने के बाद पुलिस ने गलियों में सर्चिंग की। शनिवार को 12 लड़कों को तस्कर, सप्लायर और पैडलर्स बताकर उठाया, फिर छोड़ दिया। हर बार ऐसा ही होता है।
पॉलिटिकल सपोर्ट के बिना पत्ता भी इधर से उधर नहीं हो सकता
इंदौर में सेवाएं दे चुके पुलिस के एक रिटायर्ड अधिकारी ने भोपाल समाचार को बताया कि, कई प्रकार की अपराधिक गतिविधियां ऐसी होती हैं, जो लोकल पुलिस और पॉलिटिकल सपोर्ट के बिना चल ही नहीं सकती। अब तो स्थिति यह हो गई है कि लोकल पुलिस और पॉलिटिकल लीडर, इन अवैध कारोबारों से होने वाली इनकम पर डिपेंड होने लगे हैं।
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