मध्य प्रदेश में टीकमगढ़ अब एक बैटल ग्राउंड बन गया है। यहां पर पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद डॉ वीरेंद्र कुमार खटीक और भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं के बीच में डायरेक्ट फाइट चल रही है। शुरुआत पूर्व मंत्री मानवेंद्र सिंह ने की थी। जवाब में डॉ वीरेंद्र कुमार ने कहा था कि, उन्होंने बर्रइया के छत्ते में हाथ डाला है, अब तैयार रहें। इसके एक दिन बाद पूर्व मंत्री मानवेंद्र सिंह पर बर्रइया का हमला हो गया। दूसरी तरफ डॉ वीरेंद्र कुमार के विरोधियों में दो नए नाम शामिल हो गए हैं।
बर्रइया के छत्ते से क्या तात्पर्य है
बुंदेलखंड में मधुमक्खी को "बर्रइया" और उसके घर को "बर्रइया का छत्ता" कहा जाता है। सभी जानते हैं कि यदि कोई मधुमक्खियों को डिस्टर्ब कर दे तो मधुमक्खियां उसका क्या हाल करती है। टीकमगढ़ के संदर्भ में और डॉ वीरेंद्र कुमार के बयान के अनुसार, वह स्वयं रानी मधुमक्खी हैं। "बर्रइया का छत्ता" से तात्पर्य वह स्वयं और उनके समर्थक हैं। पूर्व मंत्री मानवेंद्र सिंह ने डिस्टर्ब कर दिया है, और अब पूर्व मंत्री मानवेंद्र सिंह को इसका परिणाम भुगतना होगा।
TIKAMGARH NEWS - पूर्व मंत्री मानवेंद्र सिंह पर बर्रइया का हमला
टीकमगढ़ के एक होटल में सांसद प्रतिनिधियों द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में, खनिज विभाग महाराजपुर विधानसभा में सांसद प्रतिनिधि लोकेंद्र सिंह, शासकीय कॉलेजों के लिए सांसद प्रतिनिधि दिनेश दीक्षित, नगर परिषद सांसद प्रतिनिधि दिनेश रावत, जनपद पंचायत नौगांव के सांसद प्रतिनिधि हरिश्चंद्र दुबे और सहकारिता विभाग के सांसद प्रतिनिधि चिरंजीलाल निरंजन उपस्थित थे। सांसद प्रतिनिधियों ने कहा कि मानवेंद्र सिंह द्वारा उनके कार्यकाल में किया गया तालाब घोटाला बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के चारा घोटाले से भी बड़ा है। सांसद प्रतिनिधियों ने फिर से चेतावनी देते हुए कहा कि, जिनके अपने घर कांच के होते हैं, वे दूसरे के घरों पर पत्थर नहीं फेंका करते। राजनीति में इसका मतलब होता है कि जिन्होंने खुद घोटाले किए हैं, वह दूसरों की घोटाले का खुलासा नहीं करते।
अब देखना यह है कि मानवेंद्र सिंह तालाब घोटाला मामले में क्या जवाब देते हैं और डॉ वीरेंद्र कुमार के खिलाफ बैटलग्राउंड में बने रहते हैं या फिर तालाब घोटाला वाली बात से डर कर, मैदान छोड़ देंगे।
डॉ वीरेंद्र कुमार के खिलाफ दो नए नाम
इसके बाद सर्किट हाउस में एक और प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। यहां पर टीकमगढ़ विधानसभा के पूर्व विधायक राकेश गिरी गोस्वामी और खरगापुर विधानसभा से पूर्व विधायक राहुल लोधी ने पत्रकारों को संबोधित किया। टीकमगढ़ में राहुल लोधी का मतलब होता है उमा भारती, क्योंकि राहुल लोधी उमा भारती के भतीजे हैं और राजनीतिक उत्तराधिकारी भी।
पूर्व विधायक राकेश गिरी गोस्वामी का बयान
राकेश गिरी गोस्वामी ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में जब वह भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी थे, तो उनके खिलाफ चुनाव लड़ने वाले व्यक्ति को भी वीरेंद्र खटीक ने अपना प्रतिनिधि नियुक्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह गलत है। जब वीरेंद्र खटीक टीकमगढ़ लौट कर आएंगे तो मैं उनसे बात करूंगा। उसको हटाने की मांग करूंगा।
उमा भारती के भतीजे का बयान
वहीं दूसरी ओर उमा भारती के भतीजे और पूर्व मंत्री राहुल लोधी ने भी सांसद प्रतिनिधियों पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं द्वारा जो सवाल किए गए हैं, उनका मैं समर्थन करता हूं। सांसद वीरेंद्र खटीक को पहले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर लेनी चाहिए थी, उसके बाद उन्हें प्रतिनिधि नियुक्त करना चाहिए था, तो अच्छा होता।