मध्य प्रदेश के धार जिले में सरकारी छात्रावास में दो विद्यार्थियों की करंट से मृत्यु के मामले को जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने दुर्घटना बताया है जबकि यह गैर-इरादतन हत्या का मामला है। दोनों विद्यार्थियों की मृत्यु के लिए जिम्मेदार छात्रावास अधीक्षक को पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। ताकि लोगों को ऐसा लगे कि, सरकार संवेदनशील है और कठोर कार्रवाई कर रही है। इसी मामले में इंचार्ज असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ ट्राईबल डिपार्मेंट को बिना बजे सस्पेंड कर दिया गया, जबकि ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर को सिर्फ नोटिस दिया गया।
जनजातीय कार्य मंत्री को घटना की पूरी जानकारी नहीं है!
मध्य प्रदेश शासन की ओर से प्रेस को भेजी गई जानकारी में लिखा है कि, धार जिले के सरदारपुर विकासखंड क्षेत्र के शासकीय अनुसूचित जनजाति सीनियर बालक छात्रावास, रिंगनोद में बुधवार की सुबह दो छात्रावासी बालकों की करंट लगने से मृत्यु हो गई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दुर्घटना पर शोक व्यक्त कर मृत बालकों के परिजन को 2-2 लाख रूपये की सहायता राशि मंजूर की है। मृत बालकों के परिजन को जिला रेडक्रॉस से भी सहायता राशि दी गई है। जनजातीय कार्य, लोक परिसम्पत्ति प्रबंधन तथा भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह घटना की जानकारी लेने गुरूवार को रिंगनोद (जिला धार) जायेंगे।
जनजातीय कार्य मंत्री ने गैर-इरादतन हत्या को दुर्घटना बताया
सरकारी प्रेस नोट में लिखा है कि जनजातिया कार्य विभाग के मंत्री को घटना की पूरी जानकारी नहीं है। इसके बावजूद जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. शाह ने इस घटना को दुर्घटना बताया और प्रेस को भेजी जानकारी में स्वयं को संवेदनशील बताने के लिए लिखा कि, डॉक्टर शाह ने मामले को संज्ञान में लेकर सूक्ष्मता से जांच कराने एवं एफआईआर कराने के निर्देश दिये हैं। कलेक्टर धार श्री प्रियंक मिश्रा ने शासकीय अनुसूचित जनजाति सीनियर बालक छात्रावास रिंगनोद के प्रभारी छात्रावास अधीक्षक श्री बनसिंह कन्नौज को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
प्रभारी सहायक आयुक्त, जनजातीय कार्य बिना वजह सस्पेंड
मंत्री डॉ. शाह के निर्देश पर कमिश्नर इंदौर श्री दीपक सिंह द्वारा प्रभारी सहायक आयुक्त, जनजातीय कार्य, जिला धार श्री बृजकांत शुक्ला को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। जबकि धार जिले के कलेक्टर ने विकासखंड शिक्षा अधिकारी, सरदारपुर को सिर्फ कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इस कार्रवाई से ऐसा लगा जैसे इंदौर कमिश्नर, श्री ब्रजकांत शुक्ला को सस्पेंड करने हेतु किसी भी कारण का इंतजार कर रहे थे।
मंत्री और हॉस्टल के बीच डायरेक्ट कनेक्शन के लिए मंडल संयोजक
जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. शाह ने बताया कि विभाग द्वारा संचालित सभी छात्रावासों व आश्रम शालाओं का नियमित रूप से निरीक्षण करने के लिये प्रदेश के हर संभाग में एक-एक महिला मंडल संयोजक नियुक्त की जायेंगी, जो 5 दिन अपने-अपने संभाग क्षेत्र के सभी छात्रावासों/आश्रम शालाओं का नियमित रूप से निरीक्षण करेंगी। ये मंडल संयोजक दिन में बालक छात्रावास/आश्रमों का निरीक्षण करेंगी और सप्ताह में 3 दिन अनिवार्य रूप से किसी बालिका छात्रावास/आश्रम में ही रात्रि विश्राम करेंगी। महिला मंडल संयोजक विद्यार्थियों से चर्चाकर छात्रावास/आश्रम शालाओं में किसी भी प्रकार की व्यवस्थागत कठिनाई, छात्रावास/आश्रम अधीक्षक व अमले का व्यवहार, विद्यार्थियों की पढ़ाई से जुड़ी समस्याएं व उनकी मानसिक परेशानियों/मनोदशा के बारे में भी जानकारी लेंगी। साथ ही विद्यार्थियों की कतिपय प्रकार की समस्याओं का समुचित निदान करने की दिशा में पहल करेंगी, ताकि किसी व्यक्तिगत या व्यवस्थागत समस्या के कारण छात्रावासी विद्यार्थी किसी भी प्रकार का घातक कदम न उठायें।
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