मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में सोमवार को एसपी ऑफिस के सामने एक महिला अतिथि शिक्षक और हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्राओं ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। शिकायत की गई है की प्रिंसिपल ने शर्त रखी थी कि यदि इस साल अतिथि शिक्षक के पद पर नियुक्त होना है तो रिलेशन बनाने पड़ेंगे।
प्रिंसिपल किशन रायखेड़े - आरोप बेबुनियाद हैं
मामला बरगी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का है। महिला अतिथि शिक्षक स्टूडेंट्स और अन्य लोगों के साथ सोमवार को एसपी ऑफिस पहुंची। यहां उन्होंने बताया कि अगस्त 2024 में प्रिंसिपल ने स्कूल जॉइन किया, तब से वे परेशान कर रहे हैं। एएसपी सोनाली दुबे ने बरगी पुलिस चौकी प्रभारी को जांच सौंपी है। वहीं, इस मामले के आरोपी प्रिंसिपल किशन रायखेड़े का कहना है कि आरोप बेबुनियाद हैं।
प्रिंसिपल के खिलाफ पहले भी FIR दर्ज हुई थी
महिला अतिथि शिक्षक ने बताया कि वह 11 साल से शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में अतिथि शिक्षक हैं। प्रिंसिपल स्कूल में पढ़ने वाली बच्चियों के साथ भी अभद्र व्यवहार करते हैं। कई बच्चों पर दबाव बनाते हुए प्रिंसिपल ने कोरे कागज पर साइन भी करवा लिए। वजह पूछने पर नहीं बताया। इससे पहले वे शुकरी के स्कूल में थे। वहां भी उनकी इसी तरह की हरकतें थीं। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी, तब निलंबित भी हुए थे।
12वीं की छात्रा से कहा - अकेले में आना, तब बात करेंगे
12वीं क्लास की एक छात्रा ने बताया, वह प्राइवेट पढ़ाई कर रही है। स्कूल में बैठने के लिए जब प्रिंसिपल से परमिशन लेने गई तो उन्होंने कहा कि अकेले में आना, तब बात करेंगे। फिर स्कूल में बैठने की अनुमति मिलेगी।
डिपार्टमेंटल इंक्वायरी चल रही है, वह बयान ही नहीं दे रही
आरोप पर प्रिंसिपल का कहना है कि जिस अतिथि शिक्षक ने शिकायत की है, उन्हें 21 अगस्त 2024 को दोपहर 12:44 बजे स्कूल में पढ़ाने की अनुमति दे दी गई थी। यह पोर्टल में प्रमाणित है। इसी दिन शाम को 4 बजे भी उन्होंने मेरे खिलाफ शिकायत की। 29 अगस्त को दूसरी बार और फिर 9 सितंबर को बच्चों को भ्रमित करते हुए शिकायत की जा रही है। शिक्षा विभाग की आंतरिक परिवाद की टीम इस मामले की जांच कर रही है। उन्होंने टीचर को कई बार बयान देने के लिए बुलाया, वे नहीं गईं। 4 सितंबर को जिला शिक्षा विभाग की टीम स्कूल आई थी, तब भी अतिथि शिक्षक का कहना था कि उन्हें जांच नहीं करवाना है।
4 सितंबर को पुलिस को शिकायत मिल गई थी
एएसपी सोनाली दुबे का कहना है कि महिला अतिथि शिक्षक के बयान लिए गए हैं, इसके साथ ही उन बच्चों से भी बात की जा रही है, जिन्होंने प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बरगी चौकी प्रभारी सरिता पटेल का कहना है कि 4 सितंबर को अतिथि शिक्षक पहली बार चौकी आई थीं और आवेदन दिया था। इससे पहले उन्होंने कभी भी न ही शिकायत दी और न ही बताया कि उन्हें प्रिंसिपल परेशान कर रहे हैं। एसआई सरिता पटेल का कहना है कि अतिथि शिक्षक ने चौकी में आवेदन देने से पहले कलेक्टर, एसपी और जिला शिक्षा अधिकारी को आवेदन दिया है। अधिकारियों के निर्देश पर जांच की जा रही है।
पहली शिकायत में ऐसी कोई बात नहीं थी
जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी का कहना है कि जिला शिक्षा कार्यालय में 20 अगस्त को महिला अतिथि शिक्षक ने शिकायत की लेकिन, इसमें यौन उत्पीड़न जैसी कोई भी शिकायत नहीं थी, इसके कुछ दिन बाद फिर महिला अतिथि शिक्षक ने कलेक्ट्रेट में शिकायत की। इसके बाद पांच सदस्यीय आंतरिक परिवाद समिति को जांच के निर्देश दिए हैं। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
2 बसों में भरकर लड़के-लड़कियां एसपी ऑफिस पहुंचे
शासकीय माध्यमिक उच्चतर विद्यालय बरगी नगर में 300 से ज्यादा छात्र-छात्राएं पढ़ाई करते हैं। सोमवार सुबह करीब 10.30 बजे स्कूल लगता है। अधिकतर छात्र अपने-अपने घरों से स्कूल के लिए तो निकले, लेकिन स्कूल न जाकर एसपी ऑफिस गए। 9वीं क्लास के एक छात्र ने बताया कि शिकायत करने वाली मैडम और एक रिटायर्ड सर ने हमें एसपी ऑफिस चलने के लिए कहा था। दो बस की व्यवस्था भी की गई थी। एक बस में छात्र और दूसरी बस में छात्राएं थीं। स्कूल के समय पर परिवार को बिना बताए छात्रों को एसपी ऑफिस ले जाने पर जिला शिक्षा अधिकारी दोनों टीचर से पूछताछ करेंगे।
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