मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के पिता पूनम चंद यादव का निधन हो गया। वह 100 वर्ष के थे। इस समाचार के साथ ही मुख्यमंत्री के सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए हैं।
उज्जैन में दाल बाफले की परंपरा शुरू की थी
श्री पूनम चंद यादव मूल रूप से रतलाम के रहने वाले हैं। हीरा मिल में नौकरी लग जाने के कारण उज्जैन आ गए थे। नौकरी के बाद मालीपुर में भजिए की दुकान लगाई और फिर फ्रीगंज में दाल बाफले की दुकान संचालित करने लगे। उनके दाल बाफले बड़े प्रसिद्ध हुए। महाकाल आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ लग जाती थी। आपूर्ति नहीं करवाते थे। उनकी सफलता को देखकर कई लोगों ने दाल बाफले बनाना शुरू कर दिए और यह आज भी उज्जैन की परंपरा में है।
श्री पूनम चंद यादव पिछले एक सप्ताह से बीमार चल रहे थे। उन्हें उज्जैन के ही एक अस्पताल में भर्ती किया गया था। उनकी संतानों में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के अलावा नंदू यादव और नारायण यादव कल तीन बेटे एवं कलावती और शांति देवी, दो बेटियां हैं। उन्होंने बड़े संघर्षों के साथ अपनी पांच संतानों का पालन पोषण किया। बुधवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। मुख्यमंत्री रवाना हो गए हैं।
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