भारतीय कैलेंडर पंचांग के अनुसार कार्तिक मास कृष्ण पक्ष में त्रयोदशी तिथि को धनतेरस, धन्वंतरि जयंती, धन त्रयोदशी इत्यादि के नाम से मनाया जाता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार यह तिथि दिनांक 29 अक्टूबर 2024 को सुबह 10:31 बजे से प्रारंभ होगी और दूसरे दिन दिनांक 30 अक्टूबर 2024 को दोपहर 1:15 बजे तिथि समापन होगा।
धनतेरस के दिन क्या खरीदें
- दीपावली की पूजा के लिए पूजा सामग्री खरीदें।
- भगवान धन्वंतरि की पूजा के लिए धनिया खरीदें।
- मिट्टी के 108 दीपक खरीदें।
- धातुओं में चांदी के बर्तन अथवा आभूषण इत्यादि खरीदें।
- तांबा अथवा पीतल के बर्तन अथवा गुलदस्ता इत्यादि खरीदें।
- नकारात्मक ऊर्जा को साफ करने के लिए झाड़ू खरीदे।
- ध्यान रखें झाड़ू की खरीदारी की जाती है झाड़ू की पूजा नहीं की जाती।
धनतेरस के दिन क्या नहीं खरीदें
- लोहा, स्टील, अल्युमिनियम अथवा लोहा और एल्यूमीनियम से मिश्रित धातु की बर्तन अथवा कोई भी सामग्री खरीदना वर्जित है।
- काले रंग की कोई भी वस्तु खरीदना वर्जित है।
- चीनी मिट्टी से बने बर्तन खरीदना वर्जित है।
- कांच से बने हुए बर्तन अथवा सजावटी सामग्री कुछ भी खरीदना वर्जित है।
- आज के दिन वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त नहीं है।
- स्वर्ण धातु खरीदने हेतु पुष्य नक्षत्र उत्तम होता है, हालांकि धनतेरस पर वर्जित नहीं है परंतु परंपरा भी नहीं है।
उपरोक्त सूची में जिन वस्तुओं के नाम नहीं है उनकी खरीदारी करने अथवा नहीं करने हेतु शास्त्रों में कोई मार्गदर्शन नहीं है। इसलिए उनकी खरीदारी हेतु कोई मुहूर्त टाइम में नहीं है। 30 अक्टूबर को दोपहर 1:00 बजे तक वर्जित सामग्री को छोड़कर से सभी प्रकार की शॉपिंग कर सकते हैं।
धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त
धनतेरस तिथि का प्रारंभ सुबह 10:31 बजे होगा और इससे पहले लाभ की चौघड़िया 10:29am से प्रारंभ हो चुकी है। यह 11:54 तक रहेगी। इसके बाद अमृत की चौघड़िया प्रारंभ होगी जो 1:19 तक चलेगी। इसके बीच में अभिजीत मुहूर्त 11:25 से 12:09 तक है। चांदी, पीतल एवं तांबा इत्यादि धातु की खरीदारी के लिए अभिजीत मुहूर्त 11:25 से 12:09 तक निर्विवाद एवं सर्वोत्तम है।
यदि आप उपरोक्त शुभ मुहूर्त में खरीदारी नहीं कर पाते हैं तो
दोपहर 2:43 से 4:08 बजे तक अथवा,
शाम को 7:08 से 8:43 बजे तक खरीदारी कर सकते हैं।
पूजा सामग्री, दीपावली के दीपक इत्यादि की खरीदारी दिन में किसी भी समय कर सकते हैं।
धनतेरस की पूजा का मुहूर्त
- दिनांक 29 अक्टूबर 2024
- समय शाम 6:46 से 8:22 तक।
- यम का दीपक प्रदोष काल 5:50 से 8:22 तक।
- यम का दीपक वृषभ कल 646 से 845 तक।
इस शुभ मुहूर्त की गणना मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखकर की गई है। यदि आप भारत की किसी दूसरे शहर में है तो कृपया मुहूर्त समय में 5 से 10 मिनट का अंतर करें। उत्तम होगा कि मुहूर्त टाइम के मध्य का आधा घंटा अपने लिए निर्धारित करें। ✒ आचार्य कमलांशु।
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