The Maulana Azad National Institute of Technology, Bhopal में दिनांक 22 सितंबर 2024 को हॉस्टल नंबर 5 में बीटेक 3rd ईयर स्टूडेंट आदित्य सुहाने सुसाइड केस में उनके पिता ने गंभीर आरोप लगाया है। भोपाल पुलिस को भेजी अपनी इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट में उन्होंने कहा है कि, मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में बड़े पैमाने पर नशीली दावों का कारोबार होता है। आदित्य को उनके बारे में पता चल गया था और उन्हीं लोगों ने आदित्य को आत्महत्या के लिए मजबूर किया है।
बीएन सुहाने ने भोपाल पुलिस को अपनी इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट भेजी
आदित्य के पिता बीएन सुहाने, जो दतिया में लोक निर्माण विभाग में अकाउंट्स ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं, उन्होंने भोपाल पुलिस को एक शिकायती आवेदन दिया है। उन्होंने अपने बेटे की मौत को संदिग्ध बताया और इस पर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने बताया कि आदित्य पढ़ाई में उत्कृष्ट था, परिवार के साथ उसके संबंध मधुर थे, और उसकी मानसिक या शारीरिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वह आत्महत्या जैसा कदम उठाता।बीएन सुहाने ने बताया कि घटना स्थल पर पहुंचने पर, उन्होंने आदित्य के सहपाठियों और होस्टल स्टाफ से बातचीत की। उन्होंने आदित्य के कमरे का निरीक्षण किया और पाया कि घटना के हालात संदिग्ध हैं।
आदित्य को ड्रग्स के रैकेट का पता चल गया था
शिकायती आवेदन में बीएन सुहाने ने आदित्य की आत्महत्या को कॉलेज परिसर में फैले नशे और ड्रग्स के कारोबार से भी जोड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि मैनिट कैंपस में छात्रों के बीच ड्रग्स की सप्लाई बड़े पैमाने पर हो रही है, और आदित्य ने उन्हें कई बार इस बारे में बताया था। सुहाने ने कहा कि आदित्य ने नशे के आदी कुछ छात्रों के बारे में भी बताया था, जो कैंपस में आसानी से ड्रग्स प्राप्त कर लेते हैं।
बीएन सुहाने ने यह भी बताया कि कुछ समय पहले कॉलेज प्रशासन ने कुछ छात्रों को नशा करते हुए पकड़ा था, जिन पर 25-25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया था। उन्होंने आशंका जताई कि ड्रग्स के सेवन और सप्लाई से जुड़े लोगों ने आदित्य पर दबाव डाला होगा, जिसके चलते वह मानसिक रूप से परेशान था और आत्महत्या के लिए मजबूर हुआ।
आत्महत्या के पहले परिवार से वीडियो कॉल पर की थी बात
बीएन सुहाने के अनुसार, घटना से एक दिन पहले 21 सितंबर को आदित्य ने अपने परिवार के साथ वीडियो कॉल पर बात की थी। उस समय उसका व्यवहार सामान्य था और किसी तरह की कोई परेशानी नज़र नहीं आई। पिता का कहना है कि सुसाइड से पहले आदित्य ने कोई कॉल या मैसेज नहीं किया, जिससे परिवार को किसी परेशानी का अंदेशा होता।
पुलिस की जांच में रैकेट का जिक्र नहीं
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। बीएन सुहाने द्वारा लगाए गए ड्रग सप्लाई, रैगिंग और अन्य आरोपों की गहन जांच की जा रही है। हालांकि, अभी तक कोई ठोस सबूत या आरोपी सामने नहीं आया है। पुलिस का कहना है कि वे सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच कर रहे हैं। दूसरी ओर, मैनिट प्रशासन ने इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
विनम्र निवेदन🙏कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें एवं हमारे व्हाट्सएप कम्युनिटी ज्वॉइन करें। इन सबकी डायरेक्ट लिंक नीचे स्क्रॉल करने पर मिल जाएंगी। सरकारी नौकरी, रोजगार एवं शिक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण समाचार पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करके सबसे नीचे POPULAR Category 3 में career पर क्लिक करें।