MP NEWS - हर उपचुनाव में SDM उदय सिंह को ही रिटर्निंग ऑफिसर क्यों बनाते हैं, कटारे का सवाल

मध्य प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के उप नेता प्रतिपक्ष और अटेर विधानसभा से विधायक श्री हेमंत कटारे ने मध्य प्रदेश सरकार को टारगेट करते हुए सवाल किया है कि, प्रत्येक ऐसे उपचुनाव में जहां भाजपा की हालत खराब हो, राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी उदय सिंह सिकरवार को ही रिटर्निंग ऑफिसर क्यों बनाया जाता है। ताज उपचुनाव में श्री शुक्रवार को विजयपुर विधानसभा में रिटर्निग ऑफिसर बनाया गया है। 

मैं चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर तथ्यों के साथ सवाल उठाने आया हूं

मध्य प्रदेश विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने आज भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में अपने मित्र पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि चुनाव आयोग निरंतर दावे करता है कि चाहे वह उपचुनाव हो या आम चुनाव हों, वह निष्पक्ष चुनाव करावा रहे हैं, लेकिन चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर तथ्यों के साथ सवाल उठाते हुये कुछ सवाल चुनाव आयोग से करना चाहता हूं। 

SDM उदय सिंह सिकरवार चुनाव प्रभावित करते हैं: हेमंत कटारे

उन्होंने कहा कि विजयपुर विधानसभा उपचुनाव में वर्तमान में एसडीएम उदय सिंह सिकरवार को रिटर्निंट आफीसर बनाया गया है। वर्ष 2017 में अटेर में उपचुनाव हुआ था, उस समय मैं कांग्रेस पार्टी की ओर से अधिकृत प्रत्याशी था, तब मैंने उदय सिंह सिकरवार के विरूद्व शिकायत की थी कि यह सरकारी नौकरी में होने के बावजूद भाजपा के पिठ्ठ बनकर कार्य करते हैं। मेरी शिकायत चुनाव आयोग के पास गई, चुनाव आयोग ने शिकायत पर परीक्षण करते हुये श्री सिकरवार को वहां से हटाकर जिले के बाहर पदस्थ कर दिया था। 

मुंगावली के उपचुनाव से भी उदय सिकरवार को हटाया गया था

श्री कटारे ने कहा कि वहीं 2018 में मुंगावली में उपचुनाव हुआ तब भी चुनाव आयोग द्वारा उन्हें एसडीएम बनाया गया और जैसे ही चुनाव की आचार संहिता प्रभावी हुई उन्हें वहां का रिटर्रिंग आफीसर बना दिया गया। मेरा आश्रय है कि एक व्यक्ति जिसकी कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लग चुका है। उसे दूसरी जगह रिटर्निंग आफीसर बनाया जाना नियम विरूद्व है। श्री सिकरवार की पुनः जनवरी 2018 में शिकायत हुई तो उन्हें वहां से भी हटा दिया गया। 

दागी अधिकारी को बार-बार रिटर्निंग ऑफिसर क्यों बनाया जा रहा है

लेकिन चुनाव आयोग की सिकरवार पर फिर कृपा हुई और तीसरे बार उन्हें विजयपुर उपचुनाव के लिए पहले एसडीएम और फिर निर्वाचन अधिकारी बना दिया गया। निर्वाचन अधिकारी चुनाव प्रक्रिया के लिए एक महत्वपूर्ण और निष्पक्ष दायित्व निभाने के लिए जिम्मेदार होता है, लेकिन विजयपुर में ऐसे व्यक्ति को निर्वाचन अधिकारी बनाया गया है, जिसको दो-दो बार शिकायत होने पर उन्हें हटाया गया। जिसकी लोकायुक्त में शिकायत है दर्ज हों। 

यह चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर प्रश्न है

श्री कटारे ने कहा कि यदि एक ही व्यक्ति को बार-बार उपचुनाव में रिटर्निंग अधिकारी बनाया जाता है, तो निर्वाचन प्रक्रिया पर सवाल खड़े होना स्वाभाविक है। ऐसा नहीं है कि चुनाव आयोग को इस बात की जानकारी नहीं कि श्री सिकरवार की तीन-तीन बार चुनाव के दौरान ही शिकायत हुई और उन्हें वहां से हटाया गया तब चुनाव आयोग की ऐसी क्या मजबूरी है या ऐसा क्या लगाव है जो श्री सिकरवार को उपचुनाव के पूर्व वहां का एसडीएम और फिर रिटर्निंग अधिकारी बना दिया जाता है। 

उदय सिकरवार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग

श्री कटारे ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को उक्त संबंध में पत्र लिखकर श्री सिकरवार के विरूद्व विजयपुर में निर्वाचन अधिकारी के रूप में पदस्थापना कर लोकप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951, एवं भारत सरकार द्वारा विनिर्दिष्ट आदेषों के उल्लंघन, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष निर्वाचन प्रक्रिया को बाधित करने के कृत्य के संबंध में कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है। 

श्री कटारे ने कहा कि श्री सिकरवार को दो बार राजनैतिक रूप से प्रभावित व्यक्ति होने के आधार पर निर्वाचन अधिकारी के पद से मुक्त किया जा चुका है। श्री सिकरवार को विजयपुर विधानसभा उपचुनाव से तत्काल रिटर्निंट अधिकारी के पद से पदमुक्त कर निष्पक्ष चुनाव कराने किसी ईमानदार अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपना चाहिए।

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