Space Science - भारतीय टेलीस्कोप ने अंतरिक्ष के सबसे बड़े राक्षस को खोजा, ग्रीक पौराणिक कथाओं में उल्लेख

Bhopal Samachar
ग्रीक पौराणिक कथाओं में एक भयानक राक्षस Porphyrion का उल्लेख मिलता है। जिसे खत्म करने के लिए स्वयं भगवान ने देवताओं की मदद की थी। भारतीय टेलीस्कोप ने ब्रह्मांड में बिल्कुल ऐसे ही राक्षस को खोज निकाला है। सिर्फ इतना ही नहीं उसे वही नाम (Porphyrion) दिया है जो ग्रीक पौराणिक कथाओं में लिखा गया है। 

GMRT India का योगदान

दिनांक 18 सितंबर 2024 को प्रकाशित हुए Nature जर्नल में खगोलविदों द्वारा की गई इस आदित्य खोज का विवरण प्रकाशित किया गया है। भारत के महाराष्ट्र राज्य के पुणे जिले में, उत्तर दिशा में मुख्यालय से 90 किलोमीटर दूर Giant Metrewave Radio Telescope (GMRT) स्थित है। यूरोप और अमेरिका के खगोलविदों ने भारतीय टेलीस्कोप GMRT से प्राप्त हुए चित्र के आधार पर, खोज शुरू की गई। इस पूरी खोज प्रक्रिया में GMRT एक हीरो की तरह सबसे महत्वपूर्ण काम कर रहा था। इसी टेलिस्कोप के कारण ब्रह्मांड के सबसे बड़े रहस्य (आज दिनांक तक) की खोज सफल हुई। 

PORPHYRION - ब्रह्मांड के सबसे भयानक राक्षस के बारे में क्या पता चला

अंतरिक्ष के वैज्ञानिक इसे PLASMA JET कहते हैं। यह तो आप जानते ही हैं कि ब्लैक होल के संपर्क में जो भी आता है वह छोटे-छोटे कणों में विभाजित हो जाता है। BLACK HOLE उस मलवे को बाहर फेंक देता है। इसमें इलेक्ट्रोंस और प्रोटेंस होते हैं और यह अंतरिक्ष में काफी दूर तक फैल जाता है। खगोलविदों ने अब तक ब्लैक होल से निकले 50000 से ज्यादा PLASMA JET सूचीबद्ध किए हैं। इनकी लंबाई 50 लाख से लेकर अधिकतम एक करोड़ प्रकाश वर्ष तक थी लेकिन यह जो नया PLASMA JET मिला है। PORPHYRION की लंबाई। 2.3 करोड़ प्रकाश वर्ष है। एक प्रकाश वर्ष की लंबाई लगभग 9.461 खरब किलोमीटर होती है। आप खुद कैलकुलेट करके देखिए कि 2.3 करोड़ प्रकाश वर्ष का मतलब कितने किलोमीटर लंबा हो सकता है। यह ब्रह्मांड में देखे गए अब तक के 50000 प्लाज्मा जेट्स में सबसे बड़ा है। इसने अंतरिक्ष विज्ञान की कई मान्यताओं को ध्वस्त कर दिया है। 

ग्रीक पौराणिक कथाओं में PORPHYRION के बारे में क्या लिखा है

ग्रीक पौराणिक कथाओं में सबसे पहली बार PORPHYRION नाम के एक भयानक राक्षस के बारे में उल्लेख किया गया है। लिखा है कि इसका कोई सामान्य आकार नहीं था बल्कि ऐसा लगता था जैसे उसके कई हाथ और चेहरे हैं। कथाओं में उल्लेख है कि PORPHYRION का जन्म पृथ्वी और समुद्र से हुआ। ओलंपियन देवताओं ने (उस जमाने में वरिष्ठ और अनुभवी वैज्ञानिकों को देवता कहा जाता था) PORPHYRION को नष्ट करने के लिए एक मिशन लॉन्च किया, लेकिन वह सफल नहीं हो पाए उल्टा इस मिशन में कई देवता (अंतरिक्ष वैज्ञानिक) गंभीर रूप से घायल हो गए। तब देवताओं ने भगवान से प्रार्थना की और भगवान ने PORPHYRION देवताओं की मदद के लिए बादल भेजे। बादलों ने PORPHYRION पर भयंकर वज्रपात किया और इस प्रकार PORPHYRION का अंत हो गया। यह पूरा मिशन जिस स्थान से लांच किया गया उसे टाइटंस कहते हैं। इसलिए कथाओं में इस मिशन को टाइटंस का युद्ध कहा जाता है। 

ग्रीक सभ्यता में PORPHYRION की कहानी का निष्कर्ष

PLASMA JET केवल पृथ्वी से दूर वाले अंतरिक्ष में नहीं बनते बल्कि पृथ्वी और समुद्र से भी पैदा हो सकते हैं। इस प्रकार के PLASMA JET पृथ्वी के लिए बेहद हानिकारक है और उन्हें नष्ट करने के लिए पूरी ताकत लगा देनी चाहिए अन्यथा PLASMA JET पृथ्वी को नष्ट कर सकते हैं।  

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