मध्य प्रदेश के आसमान से अपने घर समुद्र में वापस जा रहे हैं मानसून को अरब सागर से पैदा हुए दो बदमाश चक्रवातों ने बंधक बना लिया। मध्य प्रदेश के आसमान पर बादलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब चिंता की स्थिति बनने लगी है। 12 अक्टूबर की शाम तक प्रभावित जिलों की संख्या बढ़ सकती है। फिलहाल हम 11 अक्टूबर को सूर्यास्त के बाद मिले सैटेलाइट संकेतों के आधार पर जानकारी प्रकाशित कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश के इतने जिलों में रावण या तो भीग जाएगा या फिर उड़ जाएगा
मौसम विभाग से प्राप्त अलर्ट में बताया गया है कि, अगले 24 घंटों में अलीराजपुर, बालाघाट, बैतूल, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, देवास, गुना, खंडवा (पूर्वी निमाड़), मंडला, मंदसौर, नरसिम्हपुर, पांढुर्ना, सिवनी, शाजापुर, शिवपुरी में अलग-अलग स्थानों पर बिजली चमकने के साथ आंधी आने की संभावना है। बड़वानी, धार, हरदा, इंदौर, झाबुआ, खरगोन (पश्चिम निमाड़), रतलाम, उज्जैन में अलग-अलग स्थानों पर तेज़ हवा (30 से 40 किमी प्रति घंटे) के साथ बिजली गिरने की संभावना है। उपरोक्त सभी जिलों में हल्की और मध्यम बारिश होने की संभावना है।
मध्य प्रदेश का मौसम और अधिक खराब हो सकता है
समुद्र से भारत के आसमान की ओर बादलों की रैली लगातार जारी है। मौसम वैज्ञानिक जहां दोपहर तक दक्षिण भारत में मध्यम बारिश का अनुमान लगा रहे थे। 4 घंटे बाद भारी बारिश का अलर्ट जारी हो गया है। यही बदल अगले 8 घंटे में मध्य प्रदेश की सीमा में प्रवेश कर सकते हैं। यदि ऐसा हुआ तो मध्य प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। कृपया अपने सभी कार्यक्रमों को, बारिश की स्थिति को ध्यान में रखते हुए ही निर्धारित करें।
विनम्र अनुरोध 🙏कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें एवं हमारे व्हाट्सएप कम्युनिटी ज्वॉइन करें। इन सबकी डायरेक्ट लिंक नीचे स्क्रॉल करने पर मिल जाएंगी। मौसम से संबंधित महत्वपूर्ण समाचार पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करके सबसे नीचे POPULAR Category में weather पर क्लिक करें।