मध्य प्रदेश, भारत देश का एक राज्य है, इसकी आधिकारिक राजधानी भोपाल है। मध्य प्रदेश 1 नवंबर 2000 तक क्षेत्रफल के आधार पर भारत का सबसे बड़ा राज्य था। इस दिन मध्यप्रदेश राज्य से 16 जिले अलग कर छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना हुई थी। मध्य प्रदेश की सीमाऐं पाँच राज्यों की सीमाओं से मिलती है। इसके उत्तर में उत्तर प्रदेश, पूर्व में छत्तीसगढ़, दक्षिण में महाराष्ट्र, पश्चिम में गुजरात, तथा उत्तर-पश्चिम में राजस्थान है। खनिज संसाधनों से समृद्ध, मध्य प्रदेश हीरे और तांबे का सबसे बड़ा भंडार है। 30% से अधिक भूमि पर वन क्षेत्र है। कृषि के अलावा इसके पर्यटन उद्योग में काफी वृद्धि हुई है। पूर्व में मध्य प्रांत और बरार को छत्तीसगढ़ और मकराइ रियासतों के साथ मिलकर मध्य प्रदेश का गठन किया गया था। तब इसकी राजधानी नागपुर में थी।
Madhya Pradesh Cabinet List 2024
- डॉ. मोहन यादव, मुख्यमंत्री: सामान्य प्रशासन, गृह, जेल, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन, जनसम्पर्क, नर्मदा घाटी विकास, विमानन, खनिज साधन, लोक सेवा प्रबंधन, प्रवासी भारतीय एवं ऐसे अन्य समस्त विभाग जो किसी अन्य मंत्री को न सौंपे गए हो।
- श्री जगदीश देवड़ा, उप मुख्यमंत्री: वाणिज्यिक कर, वित्त, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग।
- श्री राजेन्द्र शुक्ल, उप मुख्यमंत्री: लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा।
- कुंवर विजय शाह, मंत्री: जनजातीय कार्य विभाग, लोक परिसम्पत्ति प्रबंधन विभाग, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास विभाग।
- श्री कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री: नगरीय विकास एवं आवास, संसदीय कार्य।
- श्री प्रहलाद पटेल, मंत्री: पंचायत और ग्रामीण विकास, श्रम।
- श्री राकेश सिंह, मंत्री: लोक निर्माण विभाग।
- श्री करण सिंह वर्मा, मंत्री: राजस्व।
- श्री उदय प्रताप सिंह, मंत्री: परिवहन, स्कूल शिक्षा।
- श्रीमती संपतिया उइके, मंत्री: लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी।
- श्री तुलसी सिलावट, मंत्री: जल संसाधन।
- श्री रामनिवास रावत, मंत्री: वन, पर्यावरण।
- श्री एदल सिंह कंषाना, मंत्री: किसान कल्याण एवं कृषि विकास।
- कुमारी निर्मला भूरिया, मंत्री: महिला एवं बाल विकास।
- श्री गोविन्द सिंह राजपूत, मंत्री: खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण।
- श्री विश्वास कैलाश सारंग, मंत्री: खेल एवं युवा कल्याण, सहकारिता:
- श्री नारायण सिंह कुशवाह, मंत्री: सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण, उद्यानिकी तथा खाद्य प्रसंस्करण।
- श्री नागर सिंह चौहान, मंत्री: अनुसूचित जाति कल्याण।
- श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, मंत्री: ऊर्जा।
- श्री राकेश शुक्ला, मंत्री: नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा।
- श्री चैतन्य कुमार काश्यप, मंत्री: सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम।
- श्री इंदर सिंह परमार, मंत्री: उच्च शिक्षा, आयुष, तकनीकी शिक्षा।
- श्रीमती कृष्णा गौर, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार): पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण, विमुक्त घुमन्तु और अर्द्धघुमन्तु कल्याण विभाग।
- श्री धर्मेंन्द्र सिंह लोधी, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार): संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास और धर्मस्व।
- श्री दिलीप जायसवाल, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार): कुटीर एवं ग्रामोद्योग।
- श्री गौतम टेटवाल, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार): कौशल विकास एवं रोजगार विभाग।
- श्री लखन पटेल, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार): पशुपालन एवं डेयरी विभाग।
- श्री नारायण सिंह पंवार, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार): मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास।
- श्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल, राज्य मंत्री: लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा।
- श्रीमती प्रतिमा बागरी, राज्य मंत्री: नगरीय विकास एवं आवास।
- श्री दिलीप अहिरवार, राज्य मंत्री वन, पर्यावरण।
- श्रीमती राधा सिंह, राज्य मंत्री: पंचायत और ग्रामीण विकास।
मध्यप्रदेश की विधानसभाएं
15 अगस्त, 1947 के पूर्व देश में कई छोटी-बड़ी रियासतें एवं देशी राज्य अस्तित्व में थे। स्वाधीनता पश्चात् उन्हें स्वतंत्र भारत में विलीन और एकीकृत किया गया। 26 जनवरी, 1950 को संविधान लागू होने के बाद देश में सन् 1952 में पहले आम चुनाव हुए, जिसके कारण संसद एवं विधान मण्डल कार्यशील हुए। प्रशासन की दृष्टि से इन्हें श्रेणियों में विभाजित किया गया था। सन् 1956 में राज्यों के पुनर्गठन के फलस्वरूप 1 नवंबर, 1956 को नया राज्य मध्यप्रदेश अस्तित्व में आया। इसके घटक राज्य मध्यप्रदेश, मध्यभारत, विन्ध्य प्रदेश एवं भोपाल थे, जिनकी अपनी विधान सभाएं थीं। पुनर्गठन के फलस्वरूप सभी चारों विधान सभाएं एक विधान सभाएं एक विधान सभा में समाहित हो गईं। अत: 1 नवंबर, 1956 को पहली मध्यप्रदेश विधान सभा अस्तित्व में आई। इसका पहला और अंतिम अधिवेशन 17 दिसम्बर, 1956 से 17 जनवरी, 1957 के बीच संपन्न हुआ।