मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले के बेलखेड़ा थाने में एक हत्यारा लगातार 6 दिन तक आता रहा। घंटों बैठा रहता था परंतु पुलिस पहचान ही नहीं पाई। यहां बताना जरूरी है कि पुलिस विभाग में अपराधियों की बॉडी लैंग्वेज पहचानने की ट्रेनिंग दी जाती है। उसने फिल्म दृश्यम की तरह पूरी कहानी फुलप्रूफ बनाई थी परंतु एक गलती कर गया और पकड़ा गया।
घटना का विवरण संक्षिप्त में
मामला पथरिया गांव का है। 27 अक्टूबर को चैन सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी रजनी किसी के साथ भाग गई है। 27 अक्टूबर से 1 नवम्बर तक वो रोज पुलिस थाने में जाकर बैठ जाता। रो-रोकर पुलिस से कहता- पत्नी किसी के साथ भाग गई है, उसे ढूंढ दीजिए। वो अपनी ससुराल भी गया और वहां भी उसने रजनी के भाग जाने की बात कही। 1 नवंबर की शाम गांव से 3 किलोमीटर दूर हिरन नदी में रजनी का शव मिला था। उसके साथ रजनी के कपड़ों से भरा बैग् भी था। यानी इस बात की पुष्टि हो रही थी कि रजनी घर से सामान लेकर निकली थी लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने सारा राज उगल दिया। पीएम रिपोर्ट में मृत्यु की वजह गला घोंटना बताया गया। मृृत्यु की तारीख 27 अक्टूबर के आसपास की बताई। बस फिर क्या था। पुलिस ने यूटर्न लिया और चैन सिंह का चैन गायब हो गया। पुलिस की पूछताछ में उसने पूरी कहानी बयां कर दी।
बाइक पर लाश को पुरुष की तरह बैठाया
पुलिस के मुताबिक, आरोपी चैन सिंह ने पूछताछ में बताया कि उसने 26 अक्टूबर को रजनी की हत्या की थी, क्योंकि वह दूसरी शादी करना चाहता था। हत्या करने के बाद रजनी की साड़ी उतारकर जींस-टीशर्ट पहना दी। उसके सिर पर गमछा डाल दिया। अपने पिता के साथ मिलकर बाइक पर लाश को बीच में इस तरह बैठाया कि कोई देखे तो पुरुष ही लगे। चैन सिंह ने बैग में रजनी के कपड़े भी भर लिए थे। यह सब करने के पीछे का कारण था कि अगर कभी रजनी का शव मिले तो पुलिस को लगे कि वह घर से भागने के लिए निकली थी। बाद में नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली।
रजनी के जीजा पर शक जताया था
26 अक्टूबर की रात रजनी की हत्या करने के बाद चैन सिंह के पिता मुन्ना सिंह ने खेत पर जाना बंद कर दिया। वह अधिकतर समय घर पर ही रहता था जबकि चैन सिंह पुलिस को गुमराह करने के लिए रोज बेलखेड़ा थाने पहुंच जाता था। कई घंटे कुर्सी पर बैठा रहता था। वह पुलिस से कहता, 'पत्नी किसी के साथ चली गई है, कई बार तो उसके जीजा पर शक होता है।' आरोपी के इस बयान पर पुलिस ने रजनी के जीजा से भी पूछताछ की थी।
ससुराल भी गया था, ताकि कोई शिकायत ना करे
चैन सिंह 27 अक्टूबर की दोपहर ससुराल कटीला गांव भी पहुंचा था। उसने साले राजेश से पूछा- रजनी आई थी क्या? राजेश ने बताया कि दीदी नहीं आई। इस पर चैन सिंह बोला- किसी के साथ भाग गई है। रजनी के परिवार ने उससे कुछ और बात करनी चाही, लेकिन वह रुका नहीं और सीधा घर आ गया। शक होने पर रजनी का भाई और मां बेलखेड़ा थाने भी पहुंचे थे।
रजनी ने मां को फोन कर बुलाया था
दरअसल, चैन सिंह दूसरी शादी करना चाहता था। रजनी को इसका पता चला तो 26 अक्टूबर को उसने अपनी मां पार्वती बाई को फोन कर बताया। पार्वती दोपहर में ही बेटी की ससुराल पहुंची। उन्होंने बताया कि बेटी उनसे लिपटकर खूब रोई थी। उन्होंने उससे कहा था कि चैन सिंह को दूसरी शादी कर लेने दो, तुम हमारे साथ चलो। जब तक जिंदा हैं, साथ रहना। बेटी को बहुत मनाया लेकिन वह साथ आने को तैयार नहीं हुई।
चैन सिंह को पछतावा नहीं
पुलिस ने आरोपी चैन सिंह से पूछताछ की तो उसने कहा- हत्या करने का जरा भी दुख नहीं है। शादी के 10 साल हो गए थे। जब वह मां नहीं बन पाई तो उसके सामने दूसरी शादी करने का प्रस्ताव रखा था। उससे यह भी कहा था कि तुम साथ में रहना लेकिन वह तैयार नहीं हुई इसलिए हत्या कर दी।
एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने समाचार की पुष्टि की है। विनम्र अनुरोध 🙏 कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें एवं हमारे व्हाट्सएप कम्युनिटी ज्वॉइन करें। इन सबकी डायरेक्ट लिंक नीचे स्क्रॉल करने पर मिल जाएंगी। मध्य प्रदेश के महत्वपूर्ण समाचार पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करके सबसे नीचे POPULAR Category में Madhyapradesh पर क्लिक करें।