Upcoming IPO - 2000 करोड़ की हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी में हिस्सेदारी का मौका

Bhopal Samachar
उन सभी इन्वेस्टर के लिए गुड न्यूज़ है जो इसके आईपीओ का इंतजार कर रहे थे। अब भारत का एक आम नागरिक भी 2000 करोड़ कि हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी में अपनी हिस्सेदारी खरीद सकता है। जब तक आईपीओ डेट और प्राइस की घोषणा होगी तब तक अपन कंपनी के बारे में और कंपनी के बहीखातों का अध्ययन कर लेते हैं। 

About Niva Bupa Health Insurance Company Limited in Hindi 

कंपनी की स्थापना सन 2008 में हुई थी। Bupa Singapore Holdings Pte. Ltd and Bupa Investments Overseas Limited इसके प्रमोटर्स है। कंपनी का रजिस्टर्ड ऑफिस लाजपत नगर नई दिल्ली में है। कि यह कंपनी Bupa Group and Fettle Tone LLP का ज्वाइंट वेंचर है। जैसा कि नाम से स्पष्ट है, यह एक हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी है। लोगों को स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध करवाती है। कंपनी की बीमा योजनाएं दो श्रेणी में विभाजित की जा सकती हैं। 
Retail products designed for individuals and families.
Group products intended for employers and employees. 
कंपनी ने अपने डॉक्यूमेंट में दावा किया है कि, 31 मार्च 2024 की स्थिति में 1.473 crore लोगों के पास उनका हेल्थ इंश्योरेंस था। कंपनी का नेटवर्क भारत के 22 राज्य और चार केंद्र शासित प्रदेशों में उपलब्ध है। कंपनी का दावा है कि सन 2022 से 2024 के बीच में कंपनी के टोटल ग्रॉस रिटन प्रीमियम में 41.27% CAGR वृद्धि हुई है। 

Niva Bupa Health Insurance Company Limited Financial

पिछले 1 साल में कंपनी के रेवेन्यू में 44% और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स में 553% वृद्धि हुई है। इससे पहले 31 मार्च 2022 को कंपनी 196 करोड़ के घाटे में थी। यहां से कंपनी ने यू टर्न लिया और ऊपर की तरफ बढ़ना शुरू किया। 31 मार्च 2023 को कंपनी ने 196 करोड़ घाटे को कर किया और 12 करोड़ के प्रॉफिट में पहुंच गई। पिछला साल इतना बढ़िया नहीं था। 31 मार्च 2024 को कंपनी लगभग 82 करोड़ के फायदे में है। यदि 22 23 वाली स्पीड होती तो कंपनी 200 करोड़ के फायदे में होती है। 

Niva Bupa IPO - पब्लिक के पैसे का क्या करेंगे

सैद्धांतिक तौर पर एक बीमा कंपनी ग्राहकों से प्रीमियम लेती है और यदि कोई बीमार हो जाए तो ग्राहकों से प्राप्त हुई प्रीमियम राशि में से कुछ अंश निकालकर उसके इलाज पर खर्च कर देती है। यानी बीमा कंपनी को कभी घाटे में नहीं होना चाहिए परंतु Niva Bupa पिछले 3 साल से लगातार 250 करोड़ के कर्ज में चल रही है। पिछले 3 सालों में कंपनी के सभी आंकड़े बदल गए परंतु Total Borrowing वाले कॉलम में 250 करोड़ ही लिखा है। ना एक करोड़ काम और ना एक करोड़ ज्यादा। 

कुल मिलाकर कंपनी के ऊपर 250 करोड़ कर्ज है। तो फिर इसे चुकाने के लिए 3000 करोड़ का आईपीओ लाने की क्या जरूरत थी। कंपनी ने बताया कि 3000 करोड़ में से 2000 करोड़ तो पुराने इन्वेस्टर्स को देना है। वह कंपनी में हिस्सेदारी नहीं चाहते। बचे हुए करोड़ का क्या करना है, कोई क्लियर विजन नहीं है। यानी कोई नई ब्रांच, कोई नया विस्तार, ऐसा कुछ नहीं बताया। बोर्ड मेंबर्स और मैनेजमेंट का जहां मन करेगा वहां खर्च कर देंगे। 

Niva Bupa IPO GMP - INVESTMENT APPLY OR NOT

आज 3 दिन पूरे हुए लेकिन ग्रे मार्केट में इस कंपनी के शेयर्स को लेकर कोई सौदेबाजी नहीं है। GMP-0 चल रहा है। आईपीओ का साइज देखने के बाद कहा जा सकता है कि मिनिमम इन्वेस्टमेंट ₹15000 के आसपास रहेगा। ग्रे मार्केट वाले शायद आईपीओ प्राइस का इंतजार कर रहे हैं। कंपनी अपना क्या वैल्यूएशन करती है। इसके बाद ही ग्रे मार्केट में हलचल होगी। अप्लाई करना है या नहीं, यह 100% आपका अपना डिसीजन होगा। हम और बाकी सारे मीडिया सोर्स आपके लिए अलग-अलग एंगल से जानकारी उपलब्ध करवाएंगे। हम केवल इतना कहना चाहते हैं कि इनफ्लुएंस में आने की जरूरत नहीं है। अपना सही और अपना गलत, स्वयं डिसाइड कीजिए।

डिस्क्लेमर - यह केवल एक समाचार है जो INDIAN SHARE MARKET के निवेशकों को जानकारी देने के लिए प्रकाशित किया गया है। हम किसी भी कंपनी में INVESTMENT करने अथवा इन्वेस्टमेंट नहीं करने के लिए प्रेरित नहीं करते। कृपया अपने FINANCIAL ADVISOR से परामर्श करें और शेयर मार्केट में अपनी स्टडी के आधार पर निवेश करें। 

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