पिछले दो दिनों में 10 ग्राम गोल्ड की कीमत में 1500 से ज्यादा और चांदी की कीमत में ₹4000 से ज्यादा की गिरावट दर्ज हो चुकी है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह फेडरल रिजर्व बैंक का असर है। लोग गोल्ड बेचकर फिर से डॉलर कलेक्ट कर रहे हैं। चलिए विशेषज्ञ से पता लगते हैं कि, सोने चांदी के दाम में यह गिरावट कितने दिनों तक रहेगी और कितनी कीमत पर यह दोनों मूल्यवान धातुओं की खरीदारी करना चाहिए।
Gold-Silver Price में इतनी तेज गिरावट क्यों आ रही है
अमेरिका और भारत की शीर्ष मीडिया के अनुसार सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट के कई महत्वपूर्ण कारण है। दुनिया में सोने-चांदी के दामों में अप्रत्याशित वृद्धि तब देखी जाती है जब लोगों में प्रचलित मुद्राओं और जीवन के प्रति विश्वास की कमी होती है। पिछले दिनों दुनिया में तनाव की स्थिति थी। इसलिए कई लोगों ने बड़े पैमाने पर मुद्रा भंडारों को कम करके गोल्ड रिजर्व को बढ़ाया। अब दुनिया एक बार फिर शांति और विकास की तरफ बढ़ रही है। ऐसी स्थिति में लोग गोल्ड को बेचकर मुद्रा भंडार बढ़ा रहे हैं।
Gold-Silver Price पर अमेरिका का असर
दुनिया भर में गोल्ड और सिल्वर की कीमतों में अमेरिका का बड़ा असर दिखाई दिया था। अमेरिका के प्रति अविश्वास के कारण लोग डॉलर देकर गोल्ड खरीद रहे थे। अब अमेरिका में सत्ता परिवर्तन हो गया है। फेडरल रिजर्व की पॉलिसी के कारण भी सोने की कीमतों में गिरावट आना शुरू हो गई है। डोनाल्ड ट्रंप के कारण लोग बड़े पैमाने पर क्रिप्टो करेंसी और इक्विटी में इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि आने वाले दिनों में यहां पर बंपर रिटर्न मिलेंगे। इसके कारण लोग बाजार में गोल्ड को बेच रहे हैं जबकि डिमांड कम है। इसलिए सोने और चांदी के दाम में तेजी से गिरावट आ रही है।
Gold-Silver Price पर भारत का असर
भारत में इन दोनों शादी विवाह का सीजन चल रहा है। ऐसे समय में सोने चांदी के दाम बढ़ जाते हैं परंतु इस बार भारतीय सर्राफा बाजार में सोने चांदी की खरीदारी पिछले सालों की तुलना में काफी कम हो रही है। दरअसल, पिछले 6 महीने में सोने और चांदी के मूल्य में इतनी अधिक वृद्धि हुई है कि, अब वैवाहिक कार्यक्रम में सोने और चांदी की मांग कम हो गई है। थाली में जहां पर, सोने चांदी के आभूषण रखे जाते थे। अब बैंक एफडी रखी जा रही है। उसके ऊपर शगुन मात्रा के लिए, हल्के से आभूषण का वजनदार बॉक्स रख दिया जाता है।
Gold-Silver Rate और कितना कम होंगे
पिछले दो दिनों में सोने की कीमत में जो कमी आई है, उसे गिरावट नहीं कहते हैं। भोपाल में एक महीने पहले दिनांक 14 नवंबर को सोने के दाम 76000 थे और आज दूसरे दिन की बड़ी गिरावट के बावजूद 5% से अधिक रिटर्न दे रहे हैं। मार्केट वालों का कहना है कि यदि क्रिप्टोकरंसी और इक्विटी में इन्वेस्टमेंट की स्पीड ऐसी ही बनी रही तो गोल्ड के दाम 75000 के आसपास और सिल्वर 75000 से नीचे चली जाएगी। एमसीएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर दिसंबर वायदा में सोने के दाम 74,000 रुपये से नीचे चल रहे हैं। जबकि जनवरी में वृद्धि की संभावना जताई गई है।
डिस्क्लेमर: यह समाचार भारत और अमेरिका की शीर्ष मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है, जो किसी भी प्रकार से आपको खरीदने या बेचने के लिए प्रेरित नहीं करता है। अपने इन्वेस्टमेंट के लिए कृपया सभी आवश्यक बिंदुओं का अध्ययन करें और अपना डिसीजन स्वयं बनाएं।
विनम्र अनुरोध🙏कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। इनकी डायरेक्ट लिंक स्क्रॉल करने पर मिल जाएगी। शेयर बाजार एवं व्यापार से संबंधित अन्य समाचार पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करते हुए सबसे अंत में जाएं और POPULAR Category में Business-News पर क्लिक करें।