मध्य प्रदेश के लगभग सभी प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों ने भारतीय प्रशासनिक सेवा 2011 बैच की महिला अधिकारी नेहा मारव्या से संबंधित समाचार प्रकाशित किए हैं। ज्यादातर समाचारों की शीर्षक में "छलका दर्द" का अनिवार्य रूप से उपयोग किया गया है। सबकी कहानी लगभग एक जैसी है। एक महिला अधिकारी को 14 साल से फील्ड पोस्टिंग नहीं दी गई। मंत्रालय में कैद करके रखा गया है। चलिए पता लगते हैं कि क्या सचमुच नेहा मारव्या IAS से पीड़ित थे अथवा वह सिस्टम के लिए समस्या बन गई है।
नेहा मारव्या IAS - क्या सच में 14 साल से फील्ड पोस्टिंग नहीं मिली
- नेहा मारव्या IAS की पहली फील्ड पोस्टिंग मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत जबलपुर के पद पर थी। तब उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष मनोरमा पटेल से कुछ इस प्रकार का विवाद किया कि, मनोरमा पटेल जबलपुर से सीधे भोपाल सीएम हाउस आकर बैठ गई थी।
- एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट में ड्राइवरो से पंगा हो गया था। उन्होंने अपनी गाड़ी के लिए 1-2 नहीं पूरे 11 ड्राइवर बदले थे। हर ड्राइवर को अपमानित करके हटाया था।
- डीजल के लिए कृषि उपज मंडी के अधिकारी से विवाद कर बैठी थी।
- एप्पल का लैपटॉप नहीं मिला तो बड़ी नाराज हो गई थी।
- जिला पंचायत दतिया एवं राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल दोनों पदों पर विवाद हुआ और कार्यकाल पूरा नहीं किया।
- फिर नेहा मारव्या IAS को शिवपुरी जिला पंचायत का मुख्य कार्यपालन अधिकारी बनाया गया। यहां के कलेक्टर 45 दिन की विदेश दौरे पर गए थे। नेहा मारव्या IAS को कलेक्टर पद का प्रभार दिया गया था। यहां भी उन्होंने खूब तमाशा किया।
- 26 जनवरी 2017 को गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुलिस कर्मचारियों को मिलने वाले विशेष सम्मान के प्रमाण पत्रों पर भी नेहा मारव्या (प्रभारी कलेक्टर) ने हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिए थे।
- नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने विधानसभा के भीतर नेहा मारव्या IAS को निरंकुश अधिकारी कहा था।
- मध्य प्रदेश सरकार की तत्कालीन कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के पूर्व घोषित सरकारी कार्यक्रम की अनुमति निरस्त कर दी थी।
- उद्यानिकी विभाग और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अशोक बर्णवाल की अनुपस्थिति में जब उन्हें विभाग का चार्ज मिला तो उन्होंने पीएस की फाइलों पर भी पेच लगा दिए। जीएडी की पीएस रश्मि अरुण शमी और कृषि विभाग के पीएस उन्हें बिठाकर समझाया तो वे नहीं मानी। नेहा मारव्या IAS का कहना था कि हमारे काम करने का तो यही पैटर्न है।
- नेहा मारव्या IAS से तो मध्य प्रदेश के सबसे दबंग आईएएस ऑफिसर राधेश्याम जुलानिया भी डरते थे। जब नेहा को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में जुलानिया के अधीन पदस्थित किया गया तो जुलानिया ने दो महीने में ही नेहा को अपने डिपार्टमेंट से बाहर करवा दिया था।
- शिवपुरी में बेचारे किसान ने अपने आवेदन में इच्छा मृत्यु मांग ली थी। नेहा मारव्या IAS ने उसके आवेदन पर पुलिस अधीक्षक को आवेशित किया कि IPC/CRPC के तहत किसान के खिलाफ मामला दर्ज करके उसे जेल में डाल दो।
नेहा मारव्या क्या आदर्श प्रशासनिक अधिकारी हैं
शिवपुरी में पूर्व जिला पंचायत सीईओ जेड यू शेख के कार्यकाल में 24,700 रूपए पर सफारी गाड़ी भाड़े पर लगाई गई थी। इसका उपयोग कलेक्टर शिवपुरी द्वारा किया जाता था। जैसे ही नेहा मारव्या से शिवपुरी कलेक्टर का प्रभार वापस लिया तो उन्होंने कलेक्टर द्वारा उपयोग की जा रही सफारी गाड़ी का भुगतान रोक दिया। उसे समय श्री ओपी श्रीवास्तव शिवपुरी के कलेक्टर थे। नेहा ने एक नोटशीट लिखी कि निर्धारित रेट 18000 रुपए प्रतिमाह है। अत: 24700 रुपए प्रतिमाह की दर से भुगतान नहीं किया जा सकेगा।
उम्मीद की जा रही थी कि कुछ समय बाद सबकुछ सामान्य हो जाएगा और वाहन का भुगतान कर दिया जाएगा परंतु 4 माह तक नेहा मारव्या ने कलेक्टर की गाड़ी का पेमेंट नहीं किया। अंतत: कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव ने इस नोटशीट का जवाब दिया। उन्होने लिखा कि वाहन का भुगतान निर्धारित 18000 रुपए की दर से किया जाए। इसके अतिरिक्त जो शेष राशि है, वो मैं अपने व्यक्तिगत खाते से कर रहा हूं। उन्होंने अपने सेविंग अकाउंट का चैक भी संलग्न कर दिया। इसके साथ ही कलेक्टर ने एक गुगली भी डाली। उन्होंने लिखा कि 'चूंकि डेढ़ माह तक आप प्रभारी कलेक्टर थीं, इस वाहन का उपयोग आपने भी किया है, अत: डेढ़ माह की राशि का भुगतान आप अपने सेविंग अकाउंट से करें।'
नोट शीट में उलझते ही नेहा मारव्या ने यू टर्न ले लिया। उन्होंने अपने खाते से पेमेंट नहीं किया बल्कि जिला पंचायत के खाते से 24700 की रेट से पेमेंट कर दिया। विनम्र अनुरोध 🙏 कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें एवं हमारे व्हाट्सएप कम्युनिटी ज्वॉइन करें। इन सबकी डायरेक्ट लिंक नीचे स्क्रॉल करने पर मिल जाएंगी। भोपाल के महत्वपूर्ण समाचार पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करके सबसे नीचे POPULAR Category में Bhopal पर क्लिक करें।