MP NEWS - राहुल गांधी सीहोर आना चाहते थे, जीतू पटवारी ने टाल दिया

मध्य प्रदेश के सीहोर में राहुल गांधी को गुल्लक देने वाले बच्चों से मिलने के लिए राहुल गांधी आना चाहते थे परंतु जीतू पटवारी ने टाल दिया। कहा कि मैं बच्चों को लेकर दिल्ली आ जाऊंगा। जब राहुल गांधी ने फिर से आने की इच्छा जताई तो कहा कि अभी तो, 1 महीने तक शोक के कार्यक्रम चलेंगे। इस प्रकार जीतू पटवारी ने राहुल गांधी के कार्यक्रम को बनने से पहले ही स्थगित करवा दिया। 

बच्चे कांग्रेस पार्टी के समर्थन में वीडियो बनाते हैं

तीनों बच्चे आष्टा जिला सीहोर के रहने वाले मनोज परमार की संतान है। जिन्होंने पिछले दिनों ED की छापामार कार्रवाई के बाद अपनी पत्नी के साथ सुसाइड कर लिया है, परंतु तीनों बच्चों की अपनी एक आइडेंटिटी भी है। यह बच्चे कांग्रेस पार्टी के समर्थन में वीडियो बनाते हैं। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान इन बच्चों ने राहुल गांधी को गुल्लक भेंट की थी। कांग्रेस पार्टी के नेताओं को इस बात की कोई खुशी नहीं थी परंतु भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं को बड़ी आपत्ति थी। वह लोग इन बच्चों को "गुल्लक गैंग" के नाम से पुकारते हैं। 

सुसाइड नोट में पिता ने बच्चों को राहुल गांधी के हवाले कर दिया है

मनोज परमार ने अपनी पत्नी के साथ सुसाइड करने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा। इसमें उन्होंने बताया कि किस प्रकार ED के अधिकारी ने घर के सीसीटीवी कैमरे बंद करके उसे अपमानित और प्रताड़ित किया। खुद सोफे पर बैठ गया, उसे जमीन पर बिठाया और उसके कंधे पर जूते समय पैर रखकर जलील किया। सुसाइड नोट के दूसरे चैप्टर में मनोज परमार ने बताया कि यह सब कुछ उसके साथ इसलिए हो रहा है क्योंकि उसका परिवार पिछले कई पीढियां से कांग्रेस पार्टी का वफादार है। बच्चे कांग्रेस पार्टी के समर्थन में वीडियो बनाते हैं और कांग्रेस पार्टी के लिए वोट मांगते हैं। सुसाइड नोट के लास्ट चैप्टर में मनोज परमार ने तीनों बच्चों को राहुल गांधी के हवाले करते हुए लिखा है कि, उनकी देखभाल इस प्रकार से करना कि एक उदाहरण बने। जो लोग कांग्रेस पार्टी के लिए काम करते हैं, कांग्रेस पार्टी उनके लिए काम करती है। 

मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के जमीन कार्यकर्ताओं को पूरा विश्वास था कि राहुल गांधी अपने सभी कार्यक्रम स्थगित करके सीहोर चले आएंगे। राहुल गांधी आना भी चाहते थे परंतु जीतू पटवारी ने उनका कार्यक्रम स्थगित करवा दिया। Mumbai Congress द्वारा X पर अपलोड किए गए इस वीडियो को देखिए। जीतू पटवारी ने कितनी चतुराई से राहुल गांधी की यात्रा को स्थगित करवा दिया जबकि तीसरे दिन शुद्धि के बाद से लेकर त्रयोदशी तक श्रद्धांजलि देने की परंपरा है। सब लोग इसी समय में आते हैं।

राहुल गांधी से बच्चों की बातचीत कब हुआ हिस्सा जिसमें जीतू पटवारी ने कार्यक्रम स्थगित करवाया 
परमार की बेटी: हैलो सर, मैंने आज तक आपसे कुछ नहीं बोला, यात्रा के दौरान भी...। सर, मैं आपसे इतना कहना चाहती हूं कि मां-बाप का साया उठ गया, पर हमें आपसे उम्मीद है कि आप आएंगे एक बार, आप आएंगे?
राहुल: आप घबराओ मत, जीतू अभी सिचुएशन क्या है?

जीतू पटवारी: सर, सिचुएशन यह है कि इनके मदर-फादर ने एक सुसाइड नोट दिया है, ये बच्चों ने मुझे कल बताया है। मैं शुक्रवार सुबह ही यहां आ गया था। ईडी का कोई साहू अधिकारी था, उसने बहुत प्रेशर बनाया। बीजेपी जॉइन करो, दस तरह की बातें। अभी उनका अंतिम संस्कार हो गया है। अभी मैं आपकी बात कराने के लिए फिर से यहां आया हूं। इनके फादर लिखकर गए हैं कि आपको ध्यान रखना है, तो वो सब करेंगे।

राहुल: ये बच्चे क्या कर रहे हैं?
पटवारी: ये बच्चे सब स्कूल जाते हैं।
परमार की बेटी: सर, हमारे यहां एक-डेढ़ महीने तक कहीं जाते नहीं हैं।
पटवारी: सर, देख लेंगे आपका शेड्यूल बन सकता है तो ठीक, नहीं तो हम इनको लेकर आपके पास आ जाएंगे
राहुल: कर लेंगे, अभी ये सब पूरा हो जाएगा, फिर मेरे पास ले आना कुछ तरीका निकालेंगे। एग्जेक्टली कहां पर है ये?
पटवारी: ये सर, भोपाल से लगा हुआ है। सीहोर जिला है, भोपाल से 100 किलोमीटर। चॉपर से बना लेंगे।
राहुल: अंतिम संस्कार और बाकी सब कब खत्म होगा?
पटवारी: सर, 11 दिन तो ये सब चलता है, फिर 45 दिन कोई घर से नहीं निकलता
राहुल: ठीक है।

जीतू पटवारी ने कितनी चतुराई से राहुल गांधी की यात्रा को स्थगित करवा दिया जबकि तीसरे दिन शुद्धि के बाद से लेकर त्रयोदशी तक श्रद्धांजलि देने की परंपरा है। सब लोग इसी समय में आते हैं।

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