MP WEATHER FORECAST - 9 जिलों में पाला पड़ेगा, 43 जिलों में शीत लहर का कहर बरसेगा

भारत मौसम विज्ञान विभाग से जारी हुए ताजा मौसम बुलेटिन के अनुसार मध्य प्रदेश में शीत लहर का कहर और ज्यादा बढ़ने वाला है। बर्फीली हवाएं मध्य प्रदेश के 43 जिलों को अपनी चपेट में ले लेंगी। इनमें से 9 जिलों में पाला पड़ेगा। 11 जिलों में दिन के समय भी कड़ाके की ठंड रहेगी, और 9 जिले तीव्र शीत लहर की चपेट में आ जाएंगे। 

मध्य प्रदेश में ठंड के मौसम का पूर्वानुमान

मौसम केंद्र भोपाल द्वारा जारी मौसम का पूर्वानुमान एवं किसान मौसम बुलेटिन के अनुसार शाजापुर, उमरिया जिलों में सबसे खतरनाक ठंड देखने को मिलेगी। यहां तीव्र शीत लहर, शीतल दिन और पाला भी पड़ेगा। रायसेन, सीहोर, अनूपपुर, शहडोल, मंडला जिलों में तीव्र शीत लहर / पाला, भोपाल, जबलपुर जिलों में तीव्र शीत लहर का कहर बरसेगा। उपरोक्त सभी जिलों के लिए मौसम विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जिला प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि, वह सुनिश्चित करें कि कोई भी व्यक्ति रात के समय खुले आसमान के नीचे ना रहे। कंबल और गर्म कपड़े दान करने वाले समाजसेवी योगदान सुनिश्चित करें। आम नागरिकों से अपील की गई है कि वह, केवल अति आवश्यक होने की स्थिति में ही चार दिवारी से बाहर निकलें। 

मध्य प्रदेश मौसम का पूर्वानुमान

विदिशा, हरदा, बड़वानी, नीमच, मऊगंज जिलों में शीत लहर / शीतल दिन। राजगढ़ में शीत लहर / शीतल दिन / पाला। आगर मालवा और छतरपुर में शीत लहर / पाला। बुरहानपुर, खंडवा, अलीराजपुर, झाबुआ, देवास, मंदसौर, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सतना, डिंडोरी, कटनी, सिवनी, बालाघाट, पन्ना, सागर, टीकमगढ़, मैहर, पांढुर्णा जिलों में शीत लहर और सीधी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा जिलों में शीतल दिन रहेगा। 

मध्य प्रदेश मौसम समाचार 

पिछले 24 घंटो के दौरान प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा। रायसेन, राजगढ़, खंडवा, शाजापुर, उमरिया, मंडला, सिवनी, नौगाँव (छतरपुर), अनूपपुर, नीमच, शिवपुरी, सिंगरौली, पचमढ़ी शीत लहर का प्रभाव रहा। भोपाल, सीहोर, शहडोल, जबलपुर में तीव्र शीत लहर का प्रभाव रहा। सीधी में शीतल दिन रहा। 

अधिकतम तापमान नर्मदापुरम संभाग के जिलों में काफी वृद्धि हुई एवं शेष सभी संभागों के जिलों के तापमानों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। उज्जैन संभाग के जिलों में अधिकतम तापमान सामान्य से काफी कम रहा; भोपाल, इंदौर, रीवा, जबलपुर, शहडोल, सागर संभागों के जिलों में भी अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहा एवं शेष सभी संभागों के जिलों में सामान्य रहा।

न्यूनतम तापमानों में सभी संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। भोपाल संभाग के जिलों में सामान्य से विशेषरूप से कम रहा; इंदौर, नर्मदापुरम, उज्जैन, रीवा, जबलपुर, शहडोल, सागर संभागों के जिलों में सामान्य से काफी कम रहा; ग्वालियर संभाग के जिलों में सामान्य से कम रहा। 

मध्य प्रदेश के पांच जिले जहां तापमान सबसे कम रहा 

  1. कल्याणपुर (शहडोल) 1.0 
  2. पचमढ़ी (नर्मदापुरम) 1.0
  3. उमरिया 2.3 
  4. मंडला 2.5
  5. गिरवर (शाजापुर) 2.8
  6. अमरकंटक (अनूपपुर) 3.2

शीत लहर और ठंड से बचने के उपाय 

लम्बे समय तक शीत के सम्पर्क में रहने से मस्तिष्क को गंभीर क्षति हो सकती है इस अवस्था को हाइपोथर्मिया कहा जाता है। इसके कारण शरीर में गर्मी के हास से कंपकपी, बोलने में दिक्कत, अनिद्रा, मांसपेशियों
में अकडन, सांस लेने में दिक्कत/निश्चेतन की अवस्था हो सकती है। ऐसी अवस्था में तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें।

ठंड के मौसम में आपकी त्वचा, हाथ-पैरों की अंगुलियों में रक्त वाहिकाएँ संकरी हो जाती हैं, इसलिए कम गर्मी के कारण हृदय गति बढ़ जाती है और हृदय के लिए आपके शरीर में रक्त पंप करना कठिन हो जाता
है। इसलिए ठण्ड में बाहर कम समय बिताएँ।

शीत लहर के संपर्क में आने पर शीत से प्रभावित अंगों के लक्षणों जैसे कि संवेदनशून्यता, सफ़ेद अथवा पीले पड़े हाथ एवं पैरों की उँगलियों, कान की लौ तथा नाक की ऊपरी सतह का ध्यान रखे।

शीत लहर के अत्यधिक प्रभाव से त्वचा पीली, सख्त एवं संवेदनशून्य तथा लाल फफोले पड़ सकते है। यह एक गंभीर स्थिति होती है जिसे गैंगरीन भी कहा जाता है। यह अपरिवर्तनीय होती है। अतः शीत लहर के पहले लक्षण पर ही डॉक्टर से संपर्क करें तथा तब तक अंगों को गरम करने का प्रयास करें।

शरीर की गर्माहट बनाये रखने हेतु अपने सर, गर्दन, हाथ और पैर की उँगलियों को अच्छे से ढंके एवं पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़े जैसे- दस्ताने, टोपी, मफलर, एवं जल रोधी जूते आदि पहने। शीत लहर के समय जितना
संभव हो सके घर के अंदर ही रहें और कोशिश करें कि अतिआवश्यक हो तो ही बाहर यात्रा करें।

इस समय विभिन्न प्रकार की बीमारियों की संभावना अधिक बढ़ जाती है, जैसे- फ्लू, सर्दी, खांसी एवं जुकाम आदि के लक्षण हो जाने पर चिकित्सक से संपर्क करें।

पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्वों से युक्त भोजन ग्रहण करें एवं शरीर की प्रतिरक्षा बनाए रखने के लिए विटामिन-सी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं एवं नियमित रूप से गर्म पेय पदार्थ का अवश्य सेवन करें।

कोहरे में मौजूद कण पदार्थ और विभिन्न प्रकार के प्रदूषक के संपर्क मे आने पर फेफड़ों की कार्यक्षमता कम होने, खांसी और सांस की समस्या बढ्ने की संभावना है, अतः नियमित व्यायाम करे व मास्क का प्रयोग करें।

वाहन को धीमी या औसत गति पर चलाएं, अगली वाली गाड़ी से पर्याप्त दूरी बनाये रखे एवं फॉग लैंप का इस्तेमाल करे।
मौसम की जानकारी तथा आपातकालीन प्रक्रिया की जानकारी का सूक्ष्मता से पालन करे एवं शासकीय एजेंसियों की सलाह के अनुसार कार्य करे। विनम्र अनुरोध 🙏कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें एवं हमारे व्हाट्सएप कम्युनिटी ज्वॉइन करें। इन सबकी डायरेक्ट लिंक नीचे स्क्रॉल करने पर मिल जाएंगी। मौसम से संबंधित महत्वपूर्ण समाचार पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करके सबसे नीचे POPULAR Category में weather पर क्लिक करें।

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