दुनिया का पहला मोबाइल फोन किस इंजीनियर ने बनाया था। यह कब लांच किया गया। दुनिया के पहले मोबाइल की कीमत क्या थी, बैटरी बैकअप कितना था और उसका वजन कितना था। इन सभी सवालों के जवाब आपको यहां इस आर्टिकल में मिल जाएंगे। इसके साथ यह भी पता चलेगा कि भारत में मोबाइल फोन कब आया और भारत में पहले मोबाइल सेवा किसने प्रारंभ की थी।
दुनिया का पहला मोबाइल फोन किसने बनाया था
कुछ लोग बताते हैं कि दुनिया का पहला मोबाइल फोन एलेग्जेंडर ग्राहम बेल द्वारा बनाया गया था। यह उत्तर पूरी तरह से गलत है। एलेग्जेंडर ग्राहम बेल ने ना तो मोबाइल फोन बनाया था ना ही टेलीफोन। दुनिया में टेलीफोन का आविष्कार जर्मनी के इंजीनियर फिलिप रीस द्वारा किया गया था। एलेग्जेंडर ग्राहम बेल ने उसे अपडेट किया और पेटेंट करवाया। पेटेंट होने के कारण यह माना जाता है कि एलेग्जेंडर ग्राहम बेल ने टेलीफोन का आविष्कार किया था। मोबाइल फोन, टेलीफोन का ही अपडेट वर्जन है। इसे इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर मार्टिन कूपर द्वारा बनाया गया था।
दुनिया के पहले मोबाइल फोन की कीमत, बैटरी बैकअप और वजन
मार्टिन कूपर द्वारा बनाये गए पहले मोबाइल फोन का वजन लगभग 2 Kg था। एक बड़ी सी बैटरी को कंधे पर लटका कर चलना पड़ता था। एक बार चार्ज होने के बाद उस मोबाइल से 30 मिनट तक बातें कि जा सकती थी लेकिन उसे दोबारा चार्ज करने में 10 घंटे का समय लगता था। 1973 में मोबाइल फोन की कीमत लगभग 2700 अमेरिकी डॉलर (2 लाख रूपए से अधिक) थी।
भारत में मोबाइल फोन कब आया?
भारत में मोबाइल फोन का आगमन दुनिया के पहले मोबाइल (DynaTAC 8000X) बनने के 12 साल बाद 31 जुलाई, 1995 को हुआ। दूरसंचार सेवाओं के विस्तार के लिए भारत में 20 फरवरी, 1997 में ट्राई (Telecom Regulatory Authority of India) की स्थापना की गयी।
भारत में पहली मोबाइल सेवा किसने शुरू की
भारत में मोबाइल सेवा प्रारम्भ करने का प्रयास वर्ष 1994 के मध्य से ही भारत के उद्यमी भूपेन्द्र कुमार मोदी द्वारा किया जाने लगा था। उन्हीं की कंपनी ‘Modi Telstra’ ने देश में पहली बार मोबाइल सेवा का प्रारम्भ किया तथा पहला मोबाइल काॅल इसी कंपनी के नेटवर्क (जिसे मोबाइल नेट कहा जाता था) पर कोलकता से दिल्ली किया गया था। इसी कंपनी को आगे चलकर ‘Spice Mobiles’ के नाम से जाना गया। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article